तत्व : जलगुण : स्थिर;स्त्रीत्व ;नकारात्मक स्वामी ग्रह : प्लूटोप्यार में देने वाले सबक :प्यार में जुनून की हद तक पड़ना,सम्पूर्ण त्याग,कोमल उर्जा, संवेदनशील सुखप्यार में सीखने वाले सबक :प्यार देने में होता हैं |प्यार समर्पण में होता हैं | प्यार में सम्पूर्णता आपसी समझ से आती हैं |
व्यक्तिव :
ये रहस्यमयी व्यक्तित्व के मालिक होते हैं | भावुक और आकर्षक ये जीवन के बारे में बहुत कुछ जानते हैं पर और जानने की इच्छा रखते हैं |रहस्य या उलझन को समझने या सुलझाने के चक्कर में चाहे वो समस्या रहे या ना रहे ये रहस्यमयी प्रतीत होने लगते हैं | हमेशा दुसरो को संदेह की नजरो से देखने वाले अपने स्वाभिमान और अपने सगो के प्रति बहुत रक्षात्मक होते हैं | यदि किसी ने इन्हे आघात पंहुचाया तो ये अपने राशि चिह्न बिच्छु के प्रसिद्ध डंक की तरह अपने दुश्मन को नेस्तानाबुद करने में विश्वास करते हैं | ये अपने कर्तव्यो का पूरी तरह से पालन करते हैं परन्तु कहीं अन्दर बहुत गहराई में इनमें असुरक्षा की भावना घेरे रहती हैं कि इनके पीठ पीछे कुछ गलत हो रहा हैं |मेष राशि के लिए प्यार :
इनके लिए प्यार किसी के लिए अपनी सारी इच्छाओं को न्यौछावर करने जैसा हैं और इनका यह गुण् इनकी जिन्दगी,विचार और पसंद आदि में झलकती हैं |इनके लिए प्यार सर्वोच्च हैं भले ही इसे प्रदर्शित करने और समझने का तरीका शारीरिक हो | इनके लिए दैहिक सुख द्वारा प्यार को पाना एक अनजानी और अनछुयी पहेली को जानने जैसा हैं |इनके इस पहलु की वजह से ये गलत समझे जाते हैं पर इस राशि चिह्न के लिए यह अध्यामिकता को पाने जैसा हैं |प्रेम आचरण :
ये ताकतवर,सुरक्षात्मक,सौम्य,प्यारे,निष्ठावान प्रेमी होते हैं | शुरुआत में ये शांत रहते हैं पर अपने प्यार को समझने के लिए और जानने के लिए ये पूरा समय लेते हैं |ताकतवर और चुम्बकिय आकर्षण के मालिक ये असंख्यो का ध्यान अपनी ओर खिचने में सफ़ल होते हैं | कई लोग इनके आकर्षण का शिकार हो जाते हैं पर शायद ही ये कभी उनका फ़ायदा उठाते हैं | प्यार में इनका व्यवहार बहुत सधा हुआ और नपा-तुला होता हैं | जब इन्हे प्यार हो जाता हैं ये पूरी तरह समर्पित हो जाते हैं | ये मजनु की तरह प्यार में रमे हुए होते हैं | बाहर से कठोर लगने वाले इस राशि के जातक अन्दर से असुरक्षित महसूस करते हैं कि कहीं इस बेदर्द जमाने के चक्कर में इनका प्यार बिछुड़ न जाये |