प्रतिकूल ग्रह दशा के बावजूद शिवराज की नैया लग सकती है पार
पांच राज्यों में शुरू हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब मध्य प्रदेश में भी मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। यहां बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की किस्मत का भी फैसला होना है। इस सीट से वे तीन बार विधायक रह चुके हैं। सभी पांच राज्यों में चुनाव के बाद 11 दिसंबर को मतगणना पर सबकी निगाहें हैं।
भाजपा नेता और संघ से जुड़े शिवराज सिंह चौहान के राजनीतिक सफर को ज्योतिषीय नजर से देखें तो पता चलता है कि वर्तमान में वे शनि की महादशा और बुध भुक्ति के प्रभाव में हैं। यही नहीं ट्रांजिट शनि साढ़े साती के दौर से गुजर रहा है। शनि का यह पारगमन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए प्रतिकूल रहेगा और ऐसे में उनके रास्ते कठिन हो सकते हैं। अपनी स्थित को बनाए रखने के लिए उन्हें कठिन चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि भाजपा ने उन्हें उनके पारंपरिक बुधनी सीट से ही टिकट देकर उनका रास्ता अासान करने का काम जरूर किया है। ऐसे में एक बार फिर से चुनाव में जीत दर्ज कर क्या शिवराज सिंह चौहान सत्ता पर काबिज हो पाने में सफल होंगे? जानते हैं शिवराज सिंह चौहान की विस्तृत कुंडली के जरिए-
शिवराज सिंह चौहान
जन्म तिथि: 5 मार्च 1959
जन्म समय: 12 बजे
जन्म स्थान: बुधनी, भारत
शिवराज सिंह चौहान की कुंडली
ज्योतिषीय गणना – सीएम शिवराज की कुंडली
शिवराज सिंह चौहान के जन्म विश्लेषण से पता चलता है कि ग्रहीय स्थिति के कारण सत्ता तक का सफर इस बार उनके लिए मुश्किलों भरा होगा। उन्हें अपने रास्ते को बेहतर बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी। अब इन ग्रहीय स्थितियों को थोड़ी गहराई से देखते हैं, जिससे आपको पूरे फलादेश को समझने में और भी आसानी होगी।
1. वर्तमान में शिवराज सिंह शनि महादशा और बुध भुक्ति के प्रभाव में है। शनि योगकारक है और 8 वें घर में स्थित है। बुध को ऊंचे शुक्र के साथ स्थित है, लेकिन वह केतु से पीड़ित है।
2. शनि शिवराज सिंह चौहान की कुंडली में प्रतिकूल रूप से आगे बढ़ रहा है साथ ही वह साढ़े साती काल से भी गुजर रहा है।
3. ट्रांजिटिंग बृहस्पति जन्म के बृहस्पति पर आगे बढ़ रहा है साथ ही जन्म के शुक्र और बुध दोनों का पहलू (aspect) कर रहा है।
4. 28 नवंबर 2018 को मतदान की तारीख पर, चंद्रमा का गोचर राहु के साथ संयोजन में था और केतु अपने चार्ट में जन्म के चंद्रमा पर आगे बढ़ रहा है।
5. हालांकि मतगणना के दिन 11 दिसंबर 2018 को पारगमन कर रहा चंद्रमा केतु के साथ उत्तराधा नक्षत्र के माध्यम से गुजर जाएगा।
शनि का गोचर कठिन, पर रास्ता सरल
शनि के गोचर का असर मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिकूल रहेगा। इसलिए उनका मार्ग मुश्किल हो सकता है। उन्हें अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए कठोर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। वे अपने पारंपरिक समर्थन को बनाए रखने के लिए संघर्ष करेंगे, लेकिन वहां भी गिरावट आ सकती है। हालांकि, बृहस्पति दृढ़ता से उनके पक्ष में आगे बढ़ रहा है और शुक्र और बुध पर इसके पहलू (अास्पेक्ट) उनके लिए फायदेमंद लगता है। इससे चुनावों में उनके पक्ष में सकारात्मक प्रभाव की संभावना बढ़ जाएगी। वह मध्यप्रदेश में विपक्षी दलों के लिए आसानी से अपनी जगह नहीं छोड़ेंगे। उनकी मूल पार्टी बीजेपी हालांकि मुश्किल दशा अवधि से गुजर रही है। मतदान तिथि पर राहु के साथ संयोजन के रूप में चंद्रमा का पारगमन रुझान की ओर इशारा कर रहा है। चंद्रमा-राहु संयोजन में हमेशा चौंकाने वाले परिणाम लाने की क्षमता होती है। इसलिए, आगामी चुनावों में “एक आश्चर्य तत्व” होगा। इसके अलावा, परिणाम तिथि पर चंद्रमा-केतु संयोजन कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में अप्रत्याशित परिणाम का इशारा कर रहे हैं। ऐसे में यह चुनाव उनके लिए एक कसौटी के समान है। वैसे सारी कठोर चुनौतियों के बीच, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पद को बरकरार रखने के कुछ सकारात्मक मौके हैं।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम
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