प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) का जन्म 24 अप्रैल 1973 को गोवा में हुआ था। इस आधार पर इनकी सूर्य कुंडली देखें तो कुंडली के प्रथम भाव में शुक्र के साथ उच्च का सूर्य स्थित है। यह एक बहुत शक्तिशाली ग्रह संयोजन है जो प्रमोद सावंत को नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। यह ग्रहयोग इंगित करता है कि उनमें एक कुशल कार्यकर्ता छिपा है, और किसी भी राजनीतिक आयोजन में यह क्षमता दिखाई देती है। इसी क्षमता ने उन्हें अपने राजनीतिक कॅरियर में आगे बढ़ने में मदद की है। उच्च का मंगल नीचस्थ गुरु के साथ स्थित है जो नीचभंग राज योग बना रहा है। यह दर्शाता है कि वह महान उपलब्धियों को हासिल करने में सक्षम है। मंगल की ऊर्जा की वजह से वह स्वाभाविक रूप से उत्साही रहते हैं और अपने चुनावी वादों में कही गई योजनाओं को पूरा करते हैं। बृहस्पति के कारण उनके स्वभाव में खुद के दम पर लड़ना और सब कुछ खुद ही करना शामिल है।
Pramod Sawant : दो ग्रहों के सहयोग से बने कुशल व सफल कार्यकर्ता
प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) का जन्म 24 अप्रैल 1973 को गोवा में हुआ था। इस आधार पर इनकी सूर्य कुंडली देखें तो कुंडली के प्रथम भाव में शुक्र के साथ उच्च का सूर्य स्थित है। यह एक बहुत शक्तिशाली ग्रह संयोजन है जो प्रमोद सावंत को नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। यह ग्रहयोग इंगित करता है कि उनमें एक कुशल कार्यकर्ता छिपा है, और किसी भी राजनीतिक आयोजन में यह क्षमता दिखाई देती है। इसी क्षमता ने उन्हें अपने राजनीतिक कॅरियर में आगे बढ़ने में मदद की है। उच्च का मंगल नीचस्थ गुरु के साथ स्थित है जो नीचभंग राज योग बना रहा है। यह दर्शाता है कि वह महान उपलब्धियों को हासिल करने में सक्षम है। मंगल की ऊर्जा की वजह से वह स्वाभाविक रूप से उत्साही रहते हैं और अपने चुनावी वादों में कही गई योजनाओं को पूरा करते हैं। बृहस्पति के कारण उनके स्वभाव में खुद के दम पर लड़ना और सब कुछ खुद ही करना शामिल है।
कुंडली का ग्रहण दोष बढ़ा सकता है चुनाव 2022 में सावंत की मुश्किलें
इसके अतिरिक्त, उनकी कुंडली में चंद्रमा और राहु नवें भाव में उपस्थित है, जो ग्रहण दोष निर्मित करते हैं। इसलिए उन्हें गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में अपने प्रतिद्वंद्वियों की रणनीति के कारण चुनौतियों और संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि Goa election 2022 के दौरान ग्रहों का साथ इन्हें भरपूर मिलेगा इसीलिए प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) की सफलता को पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता है, लेकिन इस दौरान सावंत के राजनितिक कॅरियर में कई बाधाएं उत्पन्न होंगी। प्रमोद सावंत के लिए यह समझना जरूरी है कि राजनीती में कोई भी योजना या कार्य को पूरा करने में दूसरे साथियों का सहयोग बहुत जरूरी और प्रभावी हो सकता है। कभी-कभी वह राजनीति में बहुत चतुरता से काम नहीं ले पाते जो उसकी राजनीतिक यात्रा में समस्याएं पैदा कर सकता है।
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Goa election 2022 : Pramod Sawant को गोचर करेंगे परेशान!
ग्रहों के वर्तमान परिदृश्य को देखें तो प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) वर्तमान में शनि की साढ़े साती के अंतिम चरण के प्रभाव में है। इसलिए, उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है और उनके लिए गोवा चुनाव 2022 में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी। प्रमोद सावंत के जन्म के शनि पर राहु के गोचर का प्रभाव भी अनुकूल नहीं होगा। हालांकि, आने वाले समय में बृहस्पति का गोचर उनके पक्ष में होगा। इन सभी ग्रहयोग को देखते हुए, यह संभावना साफ देखी जा सकती है कि वह अपनी विधानसभा सीट जीत सकते हैं, लेकिन यह election 2022 उनके लिए आसान नहीं होगा।
गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में अब की बार किसकी सरकार?
यह तय है कि गोवा चुनाव 2022 भाजपा और आप (AAP) दोनों ही बड़ी पार्टियों के लिए बहुत बड़ा दांव साबित होगा। जाहिर है कि उत्पल पर्रीकर भाजपा के कुछ फैसलों से नाखुश है और सभी दूसरे दल इस बात का फायदा लेना चाहते हैं। लेकिन गोवा में प्रमोद सावंत की लोकप्रियता भी कम नहीं है। खासकर उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में, इसीलिए यह तय कर पाना मुश्किल है कि सीएम की कुर्सी आखिर किसकी होगी। लेकिन प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) के ग्रह-नक्षत्र उनके पक्ष में है, तो यह कहा जा सकता है कि व्यक्तिगत तौर पर सावंत को Goa election 2022 में सफलता जरूर मिलेगी।
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