रालोद (राष्ट्रीय लोक दल) के प्रमुख Jayant Chaudhary ने हाल ही में सपा से अपनी पार्टी के गठबंधन की घोषणा की है। अखिलेश यादव के साथ मिलकर भाजपा को उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मात देने की उनकी पूरी कोशिश है। हालांकि भाजपा की तरफ से भी Jayant Chaudhary को गठबंधन के प्रस्ताव मिले थे, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। जयंत चौधरी को राजनीति विरासत में मिली है, और विदेश में जन्म लेने और शिक्षित होने के बाद भी वे भारत में अपने राजनीतिक कॅरियर को नया आयाम देना चाहते हैं। उन्होंने घोषणा की है कि UP election 2022 में वे सिर्फ प्रचार की बागडोर संभालेंगे। पिछले चुनाव में ग्रहों ने उनका साथ नहीं दिया था और वे चुनाव हर गए थे। इस बार Jayant Chaudhary के ग्रह उनके पक्ष में है या नहीं, जानते हैं उनकी सूर्य कुंडली से-
3 ग्रह Jayant Chaudhary की कुंडली को बनाते हैं मजबूत !
जयंत चौधरी का जन्म 27 दिसम्बर 1978 को डलास, टेक्सास (अमेरिका) में हुआ था। इस गणना के आधार पर उनकी सूर्य कुंडली देखें तो उनकी अग्नि राशि धनु में मंगल और सूर्य की युति है। मंगल ऊर्जा देने वाला ग्रह तो है ही साथ ही यह किसी भी विपत्ति का सामना करने और सभी बाधाओं के विरुद्ध खड़े होने के लिए दृढ़ विश्वास और इच्छाशक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसी ही इच्छाशक्ति और विश्वास के धनी है Jayant Chaudhary! सूर्य के साथ मंगल की युति उन्हें समाज में उच्च स्थिति दिलाती है। इनकी कुंडली के अष्टम भाव में उच्च का बृहस्पति उपस्थित है, और बारहवें भाव में चंद्र और बुध की युति है जो उनकी कुंडली को मजबूत बनाती है, लेकिन क्या ये ग्रह UP election 2022 में Jayant Chaudhary को जीता पाएंगे।
सबकुछ पॉजिटिव नहीं जयंत चौधरी की कुंडली में
शुक्र का अपनी ही तुला राशि में स्थित है। शुक्र इन्हें चर्चा में रखने का कारक है और यही वजह है कि जयंत अपने मतदाताओं को प्रभावित करने में सक्षम होते हैं। लेकिन, Jayant Chaudhary की कुंडली में शनि और राहु एक साथ युति में है, जो उनको हमेशा असुरक्षा की भावना देते हैं। उन्हें यह डर होता है कि उनके पास जो कुछ भी है, वे उसे खो सकते हैं। राहु और शनि उन्हें तनावग्रस्त बनाते हैं और कई बार इन दो ग्रहों के प्रभाव में वे खुद को भी नुकसान पहुंचा लेते हैं। शनि और राहु की इस युति के कारण उनके निर्णय भ्रम के घेरे में आ सकते हैं और आवेग में लिए हुए निर्णय उनके लिए कई बार उल्टे भी पड़ सकते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 अखिलेश के साथ जाना कहीं भ्रामक साबित ना हो जाएं, क्या यह जयंत के मजबूत ग्रह इस गठबंधन को अपना आशीर्वाद देंगे, देखते हैं।
UP election 2022 में Jayant Chaudhary को मिलेगा मिश्रित फल!
फिलहाल, उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की बात करें तो बृहस्पति के गोचर का प्रभाव Jayant Chaudhary के लिए बहुत अधिक अनुकूल है, लेकिन छाया ग्रहों राहु और केतु का प्रभाव इनके लिए अत्यधिक भ्रामक हो सकता है। गुरु अभी उनके जन्म के गुरु के सामने से गोचर कर रहा है। केतु अभी उनकी कुंडली के जन्म के चंद्र के ऊपर से गोचर कर रहा है। इसके प्रभाव में वे कुछ गलत निर्णय ले सकते हैं। संभावना है कि उन्हें UP election 2022 Jayant Chaudhary के लिए वांछित सफलता ना ला पाएं। उनके पास अभी भी मतदाताओं को अपने पक्ष में बरकरार रखने का मौका है, लेकिन हो सकता है कि जयंत चौधरी अपने वोट बैंक को एक सीमा से आगे बढ़ाने में सक्षम न हो पाएं। साथ ही, चंद्रमा पर केतु का प्रभाव कई मुद्दों पर चौधरी और उनके प्रमुख सहयोगियों और साथियों के साथ मतभेदों को इंगित करता है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण हाल ही में हुआ सपा – रालोद गठबंधन है। यह बाधाएं उनकी जीत की संभावना को भी कम कर सकती है।
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UP election 2022 में सपा और रालोद का गठबंधन या मतबंधन?
जयंत चौधरी के अब तक के राजनितिक कॅरियर को बहुत सफल नहीं कहा जा सकता। 2014 और 2019 में हुए चुनावों में उनके ग्रहों ने उनका साथ नहीं दिया और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस बार अखिलेश यादव के साथ गठबंधन के जरिये वे ज्यादा से ज्यादा मतों के साथ भाजपा को हराने का मन बना चुके हैं। हालाँकि इस गठबंधन में भी सीट के बंटवारे को लेकर काफी तनातनी हो रही है लेकिन वोट बैंक को बढ़ाने के लिए दो पार्टियों का साथ आना भाजपा के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकता है। ग्रहों को देखते हुए कहा जा सकता है UP Election 2022 Jayant Choudhary के लिए इतना खास नहीं हो सकेगा, जिसकी उन्होंने कल्पना की है।
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