प्राचीन काल से ही वैदिक ज्योतिष भविष्य की मुश्किल परिस्थियों के प्रति सचेत कर उनसे निपटने के समाधान सुझाने वाला एक अद्भुत शास्त्र रहा है। सदियों पुराने इस अद्भुत ज्ञान की आज भी उतनी ही उपयोगिता है, जितनी आज से हजारों साल पहले रही होगी। समय के साथ इसकी लोकप्रियता में असाधारण बढ़ोत्तरी देखने को मिली। वर्तमान दौर में तकनीकी के विकास के साथ ही प्राचीन वैदिक ज्योतिष ज्ञान और उसके माध्यम से दुनिया में घटने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी आसानी से दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचने लगी। तकनीकी क्रांति और पूंजीवाद के बढ़ते प्रभाव ने दुनिया को एक सूत्र में बांधने का काम किया। इस दौरान जहां एक ओर व्यापारिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से एक देश की दूसरे पर निर्भरता ने विश्व को एक धागे में पिरोया, वहीं दूसरी ओर एक देश की राजनीति और उसके नेतृत्व ने दूसरे देश में रह रहे लोगों और वहां की राजनीति को प्रभावित करना शुरू कर दिया।
देश और दुनिया का परस्पर संबंध जहां विश्व शांति के लिए आवश्यक है, वहीं दूसरी ओर इनमें होते बदलाव और भविष्य में होने वाले बदलावों के प्रति भी आम जन मानस में उत्सुकता बनी रहने लगी। इसलिए साल 2020 में घटने वाली बड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक घटनाओं और उनसे पैदा होने वाली परिस्थितियों की एक फौरी तस्वीर हमारे वरिष्ठ और अनुभवी ज्योतिषियों ने गणेशास्पीक्स के पाठकों तक पहुंचाने की कोशिश की है। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे साल 2020 देश और दुनिया की राजनीति को प्रभावित करने वाला है।
कैसी रहेगी साल 2020 में दुनिया भर की राजनीति?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि और बृहस्पति का संयोग दुनिया के लिए हमेशा महत्वपूर्ण साबित होता है। यह राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ढांचों में कुछ क्रांतिकारी बदलावों का संकेत देता है। मौजूदा दौर में जारी बृहस्पति और शनि की युति साल 2020 में मकर राशि में भी जारी रहेगी। इस युति का वर्ष के मध्य में दुनिया भर में घटने वाली राजनीतिक घटनाओं पर विशेष रूप से प्रभाव रहेगा।
बृहस्पति के साथ शनि का गहरा प्रभाव राजनीतिक दलों का कुछ सबसे शक्तिशाली धार्मिक समूहों के साथ गठबंधन की ओर इशारा करता है। यह स्थिति आर्थिक रूप से कमजोर देशों में संघर्ष, गृह युद्ध या किसी अन्य प्रकार की राजनीतिक अस्थिरता के संकेत देती है। कुछ विद्रोही, मजबूत राजनीतिक आंदोलनों के माध्यम से महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र पर नियंत्रण कर सकते हैं।
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मिथुन राशि में राहु की मौजूदगी से देश और दुनिया में आतंकवादी गतिविधियाँ बढ़ने के संकेत मिलते हैं। आतंकवाद और कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले लोग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तकनीकी संसाधनों का अनैतिक उपयोग कर सकते हैं। हालांकि मजबूत शनि के साथ बृहस्पति का संबंध तीक्ष्ण बुद्धि, सच्चाई और धार्मिक लोगों के जुड़ाव को भी दर्शाता है। ग्रहों की यह स्थिति देश-दुनिया में कई बड़े बदलावों को भी इंगित करती है। हालांकि जहां दुनिया के कुछ हिस्से विरोध, गतिरोध और वैचारिक मतभेदों के चलते राजनीतिक अस्थिरता से गुजरेंगे। वहीं दुनिया के कुछ अन्य देश आर्थिक, वैज्ञानिक और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में सकारात्मक ढाँचागत विकास के गवाह बनेंगे। कुछ पवित्र संयोजनों के माध्यम से साल के अंत तक दुनिया सकारात्मक बदलावों की ओर आगे बढ़ेगी। संचार माध्यमों का अधिक बड़े स्तर पर तकनीक विस्तार होगा। पानी और हवा के बढ़ते प्रदूषण के साथ पानी की कमी जैसे मुद्दे भी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे। दुनिया में मानवता और सामाजिक सरोकार वाले क्षेत्रों जैसे, चिकित्सा तकनीक, प्राचीन शास्त्र, कला-साहित्य, और योग का तेजी से विस्तार होगा।
भारत, बुल्गारिया, मैक्सिको, यूनाइटेड किंगडम, अफ़ग़ानिस्तान, सूडान, सीरिया, इराक, इसरायल, नाइजीरिया और तुर्की आदि देश मुख्य केंद्र बिंदु पर रहेंगे। जबकि ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन जैसे देश विभिन्न आंतरिक और बाहरी मुद्दों का सामना करेंगे।
साल 2020 और भारतीय राजनीति
स्वतंत्र भारत की कुंडली के अनुसार साल 2020 में इंडिया पर चंद्रमा की महादशा और शनि का भुक्ति प्रभाव रहेगा। यहां चन्द्रमा तीसरे घर का स्वामी है, और योगकारक शनि के साथ जल तत्व की राशि कर्क में विराजमान है। जिसके कारण आने वाले साल 2020 में देश और देशवासियों के जीवन में एक भारी-भरकम बदलाव आने की संभावना है। वर्ष 2020 में ही बृहस्पति और शनि की युति के कारण देश को कुछ बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
चंद्रमा सार्वजनिक भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। अत्यधिक प्रदर्शन और आंदोलनों के माध्यम से चंद्रमा का प्रभाव लोगों को अपने अधिकारों की मांग करने के लिए प्रेरित करेगा। परिणाम स्वरूप देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार किसी ना किसी राजनीतिक मुद्दे को लेकर विरोध या प्रदर्शन देखने को मिलेंगे। ग्रह योग की स्थिति को देखते हुए विशाल जन समूहों के इन प्रदर्शनों के उग्र होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। भारत के राजनीतिक परिदृश्य की भविष्यवाणी के दौरान ग्रहों की स्थिति और उनके योग के अनुसार इस बात की संभावना भी दिखाई देती है, कि एक समय के बाद इन विरोध प्रदर्शन और आंदोलनों को संभालना और राजनीतिक स्थिरता बनाये रखना सरकार के टेढ़ी कील साबित होने वाला है। इस बात का संकेत साल 2020 की शुरूआत में धनु राशि में बनने वाली ग्रहों की महायुति से मिलता है। हालांकि शनि की मौजूदगी इस बात के भी संकेत देती है, कि इस अवधि के गुजरने के साथ ही देश मजबूत राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता और विकास प्राप्त करेगा।
इस दौरान चंद्र-शनि का प्रभाव कुछ सकारात्मक बदलावों की ओर इशारा करता है। देश के बुनियादी ढांचे में भारी विकास देखने को मिल सकता है। यातायात के सभी क्षेत्रों जैसे सड़क, हवाई क्षेत्र और रेलवे के क्षेत्र में अत्यधिक विकास और वृद्धि होगी। नए रेल मार्ग और हवाई अड्डे बनाये जायेंगे। जल मार्ग के नए रास्ते बनाये जायेंगे। संचार के क्षेत्र में देश में भारी प्रगति होने की संभावना है। इसलिए वर्ष 2020 में जनता को इंटरनेट के माध्यम से बहुत अच्छी संचार सेवाएं प्राप्त होंगी। पुलिस और न्याय व्यवस्था मजबूत होगी। इस दौरान देश कुछ सनसनीखेज और ऐतिहासिक निर्णयों का भी गवाह बनेगा, जिनका भारत पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। इसके साथ ही देश की प्राचीन कला और परंपरा, वैदिक ज्योतिष, आयुर्वेद, वेद और योग जैसे प्राचीन विज्ञान अधिक लोकप्रियता हासिल करेंगे।
भारत को पड़ोसी देशों के साथ अत्यधिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वे भारत के लिए सिरदर्द बनने का कोई अवसर नहीं छोड़ेंगे। धर्म और न्यायपालिका से संबंधित मामले केंद्र बिंदु बनकर उभरेंगे। सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में उथल-पुथल होगी और साथ ही अप्रैल और जुलाई 2020 के बीच की अवधि में तेज सुधार भी देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार को बहुत सारे विवादों का सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तान और चीन के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों पर बहुत तनाव की स्थिति बनेगी।
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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम