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अमित शाह पर गणेशजी की भविष्यवाणी, चुनौतियों के बावजूद निडर होकर आगे बढ़ेंगे

अमित शाह पर गणेशजी की भविष्यवाणी, चुनौतियों के बावजूद निडर होकर आगे बढ़ेंगे

राजनीति में अमित शाह एक एेसा नाम है जिन्होंने कम समय में ही खासी लोकप्रियता हासिल की है। यूपी विधानसभा चुनाव में बतौर प्रभारी उन्होंने अपने उत्कृष्ठ नेतृत्व आैर संगठनात्मक कौशल से बीजेपी को एेतिहासिक जीत दिलार्इ। उनकी विशिष्ट योग्यताआें के कारण उन्हें दोबारा बीजेपी का अध्यक्ष चुना गया। तो आइए जानते है गणेशजी से कि शाह के लिए आगामी वर्ष कैसा रहेगा, क्या वे बीजेपी की पकड़ पूरे देश में आैर मजबूत बनाने में सक्षम होंगेः


अमित शाह

जन्म-तारीख: 22 अक्टूबर 1964

जन्म-समय: 05:25 सुबह (अनिश्चित)

जन्म-स्थान: मुंबर्इ, महाराष्ट्र, भारत


जन्म कुंडली



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अमित शाह की सूर्य कुंडली का विश्लेषण करने के बाद गणेशजी बताते है कि अमित शाह वर्तमान में राहु की महादशा आैर शुक्र की अंतर्दशा से प्रभावित है। राहु दसवें भाव में अच्छी स्थिति में विराजमान है, खासकर वायु तत्व वाली राशि मिथुन में। इसलिए उन्हें एक मास्टर रणनीतिकार आैर कार्यवाहक नेता के रूप में देखा जाता है। अपने चतुर राजनीतिक दावपेंच के साथ, वो अपनी अध्यक्षता के तहत अपनी पार्टी को नर्इ ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम है। मजबूत राहु ने उन्हें कम समय में उच्च स्थान तक पहुंचने, अत्यधिक राजनीतिक प्रभाव प्राप्त करने आैर सम्मान पाने में मदद की है। क्या इस वर्ष आप अपने बिजनेस को सफलता के नए मुकाम पर पहुंचाना चाहते है तो खरीदें 2023 बिजनेस रिपोर्ट आैर इस वर्ष अपने बिजनेस की संभावनाआें के बारे में जानें।


बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कुंडली में शुक्र बारहवें भाव में विराजमान है लेकिन वो पांचवें भाव के स्वामी शनि पर परस्पर दृष्टि ड़ाल रहा है। जो कि अत्यधिक प्रतिष्ठित लोगों के साथ विपुल धन, प्रसिद्घि आैर अच्छे संबंध प्रदान करता है। राहु-शुक्र की अवधि पब्लिक लाइफ में बहुत बड़ी सफलता के संकेत देती है। अमित शाह के लिए ये लाभदायी दशा 5 जून 2018 तक रहेगी। शाह बीजेपी के झंडे को ऊपर उठाने आैर उन राज्यों में उड़ान भरने में सफल होंगे, जहां बीजेपी पारंपरिक रूप से कमजोर है या यूं कह सकते है जहां बीजेपी की पकड़ कमजोर है। ये अमित शाह के दूसरे कार्यकाल में उनके लिए एक प्रमुख बिंदु होगा, हालांकि, उनके द्वारा राह में कुछ बाधाआें का सामना करने की भी संभावना है। क्या आप वित्तीय समस्याआें का सामना कर रहे है तो खरीदें 2023 वित्त रिपोर्ट आैर अपनी समस्याआें को दूर करें, खास बात ये है कि ये रिपोर्ट पूरी तरह से फ्री में उपलब्ध है।


राजनेता अमित शाह की कुंडली में दसवें भाव में राहु का प्लेसमेंट आैर गुरू का तुला राशि में अनुकूल गोचर उन्हें पब्लिक लाइफ में अधिक संपन्नता आैर सम्मान प्रदान करेंगे। सूर्य को सबसे शक्तिशाली ग्रहों में से एक माना जाता है आैर ये शुक्र के साथ युति कर रहा है। इसी कारण, सितंबर 2017 से गुरू का जन्म के सूर्य पर से गोचर अमित शाह के जीवन में कर्इ सारे सुधार आैर सकारात्मक विकास लाएगा।


लेकिन, शनि का धनु राशि में गोचर नवंबर 2017 से बाधाएं आैर नर्इ चुनौतियां लाएगा। गोचर का शनि उनकी जिंदगी को कठिन बनाएगा आैर साथ ही कठोरता आैर बाधाएं भी लाएगा। उन्हें एक नाजुक रास्ते पर चलना होगा आैर मार्च 2018 के बाद विशेष रूप से कर्इ बाधाआें का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। उन्हें योग्य परिणाम प्राप्त नहीं होंगे आैर अप्रेल से सितंबर 2018 की अवधि संकट की अवधि होगी। उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के शत्रुआें के प्रयासों में वृद्घि होगी आैर उन्हें दुश्मनों एवं अनुचित विवादों से खतरा होगा।


हालांकि, अनुकूल दशा अवधि आैर गुरू के लाभदायी गोचर से प्रतिकूल प्रभाव को कुछ हद तक निष्फल करने में मदद मिलेगी। लेकिन अमित शाह की कुंडली में ग्यारवें भाव के स्वामी चंद्र आैर आठवें भाव के स्वामी मंगल की युति हो रही है। साथ ही, मंगल प्रतिकूल है आैर बारहवें भाव के स्वामी के साथ बैठा है। ये दोनों ही पहलू शाह की सेहत के लिए प्रतिकूल है। अतः वर्ष 2018 के दौरान कर्क में मंगल-केतु की युति का उनके स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ेगा। अप्रेल से अक्टूबर 2018 के बीच की अवधि में शाह की सेहत उनके राजनीतिक जीवन में एक बड़ी बाधा बन सकती है। लेकिन वो भीतर से मजबूत होंगे आैर कड़ी चुनौतियों आैर कठिनार्इयों के बावजूद सफलता के पथ पर निडर होकर चलेंगे।

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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
तन्मय के ठाकर
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम