नवदुर्गा उत्सव के 9 दिनों में प्रत्येक दिन का अपना खास महत्व और रंग होता है, जो न केवल पूजा की प्रक्रिया को दर्शाता है, बल्कि आस्था और समर्पण का प्रतीक भी है। आइए, हम इन रंगों और उनकी गहराई में जाएं:
पहला दिन (प्रथम नवरात्रि) – Yellow:
इस दिन देवी शैलपुत्री की आराधना होती है, जो शक्ति और भक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं। पीला रंग सूर्य की रोशनी और उत्साह का प्रतीक है, जो हमें नयी शुरुआत और सकारात्मक ऊर्जा का एहसास कराता है। यह दिन नए विचारों और संकल्पों की ओर प्रेरित करता है।
दूसरा दिन (द्वितीय नवरात्रि) – Green:
देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा का दिन है, जो तप और साधना की प्रतीक मानी जाती हैं। हरा रंग जीवन और उर्वरता का प्रतीक है, यह हमें ताजगी और नवीनीकरण का अहसास कराता है। यह दिन आत्म-शांति की खोज और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है।
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तीसरा दिन (तृतीय नवरात्रि) – Grey:
देवी चंद्रघंटा की पूजा होती है, जो कि नकारात्मकता से लड़ने की शक्ति का प्रतीक हैं। ग्रे रंग संतुलन और स्थिरता का प्रतीक है, जो हमें धैर्य और संयम का पाठ पढ़ाता है। यह दिन हमारे मन में मानसिक स्पष्टता लाने और चुनौतियों का सामना करने का प्रोत्साहन देता है।
चौथा दिन (चतुर्थ नवरात्रि) – Pink:
देवी कुष्मांडा की आराधना होती है, जो सृजन और प्रेम का प्रतीक हैं। गुलाबी रंग कोमलता, करुणा और संवेदनशीलता का प्रतीक है। यह दिन भावनाओं को प्रकट करने और संबंधों को मजबूत करने का अवसर देता है।
पांचवा दिन (पंचम नवरात्रि) – Light Blue:
इस दिन देवी स्कंद माता की पूजा होती है। Light Blue रंग ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है, जो हमें अपने भीतर की शक्ति को पहचानने और आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। यह दिन आत्म-साक्षात्कार और बुद्धिमत्ता की ओर इशारा करता है।
छठा दिन (षष्ठी नवरात्रि) – Red:
देवी कात्यायनी की पूजा होती है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक हैं। लाल रंग ऊर्जा, उत्साह और जज़्बे का प्रतीक है, जो हमें अपने लक्ष्यों के प्रति निस्वार्थ समर्पण और लड़ाई के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें अपनी शक्ति को पहचानने और उसका उपयोग करने का अवसर प्रदान करता है।
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सातवां दिन (सप्तमी नवरात्रि) – White:
इस दिन देवी कालरात्रि की आराधना होती है, जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाली शक्ति का प्रतीक हैं। सफेद रंग शुद्धता और शांति का प्रतीक है, जो हमें आंतरिक सफाई और संतुलन की ओर अग्रसर करता है। यह दिन आत्मिक शुद्धता और नकारात्मकता को दूर करने का संदेश देता है।
आठवां दिन (अष्टमी नवरात्रि) – Blue:
देवी महागौरी की पूजा के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है। नीला रंग आस्था, समर्पण और विश्वास का प्रतीक है। यह दिन हमें अपने सपनों की ओर ध्यान केंद्रित करने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित करता है।
नवां दिन (नवमी नवरात्रि) – Golden:
इस दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है, जो सफलता और समृद्धि का प्रतीक हैं। सुनहरा रंग विजय, समृद्धि और उत्सव का प्रतीक है, जो हमें हमारे प्रयासों के परिणामों को मनाने का अवसर देता है। यह दिन जीवन में उपलब्धियों का जश्न मनाने का होता है।
इन रंगों का चयन इस पर्व की महत्ता और देवी के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है। श्रद्धालु इन रंगों के अनुसार अपने वस्त्र पहनते हैं और पूजा करते हैं, जिससे पूरे वातावरण में भक्ति और उत्साह का संचार होता है। नवदुर्गा का यह उत्सव हमें एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
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