अमावस्या तिथि का हमारे शास्त्रों में बड़ा महत्व है और यदि अमावस्या सोमवार, मंगलवार या शनिवार को आती है, तो इसे विशेष उत्सव माना जाता है। शनिचरी अमावस्या पर विशेष दान-पुण्य का विधान है। 2019 में तीन शनिचरी अमावस्या के विशेष संयोग बन रहे हैं। इसमें एक शनिचरी अमावस्या जनवरी में निकल चुकी है। अब 4 मई 2019 को शनिचरी अमावस्या का विशेष संयोग पड़ रहा है। खास बात यह भी है कि यह अमावस्या बैसाख महीने में आने वाली है। शनिचरी अमावस्या को शनि देव के विशेष उपाय करने से शनि की पीड़ा शांत होती है।
शनि अमावस्या पर करने वाले ये खास उपाय
काले उड़द की दाल का दान करें।- इस दिन काले तिल या काले तिल के लड्डू दान देने से शनि की पीड़ा शांत होती है।- शनि ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए शनि अमावस्या पर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगाएं और पीपल को सात परिक्रमा करते हुए उस पर सूत लपेटे।- शनिचरी अमावस्या पर शनि चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।- शनिचरी अमावस्या पर चीटियों को आटा और शकर मिलाकर खिलाना चाहिए।- शनि के तंत्रोक्त मंत्र ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम: के जाप शुरू कर सकते हैं।
शनि अमावस्या पर राशि के अनुसार करने वाले उपाय
मेष राशि
शनि अमावस्या पर स्नान के बाद सवा किलो बाजरा मिट्टी के बर्तन में भरकर उसके ऊपर सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं। इसके बाद शनि के तंत्रोक्त मंत्र ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम: मंत्र की पांच माला जाप करें। किसी जरूरत मंद को यह बाजरा दान कर दें।
वृषभ राशि
शनि अमावस्या पर बड़ (बरगद) या पीपल के नीचे सूर्योदय से पहले सरसों के तेल का दीपक जलाएं। जल में कच्चा दूध मिलाकर पीपल की जड़ों को सीचें। फिर वहां की मिट्टी से तिलक करें।
मिथुन राशि
शनि अमावस्या पर मिथुन राशि के जातक सवा किलो साबूत मूंग हरे कपड़े में बांधकर बर्तन के ऊपर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनि मंत्रों का जाप करें। किसी गणेश या शनि मंदिर में उपरोक्त सामग्री दान करें। शनि अमावस्या पर अपने वजन के बराबर अन्न दान करने से कई तरह की मुसीबतों का हल मिल जाता है।
कर्क राशि
शनि अमावस्या कर्क राशि के जातक मिट्टी के बर्तन सवा किलो चावल भरकर सरसों के तेल में चार मुखी दीपक लगाकर करें, उसे दान करें। इस दौरान शनि के जाप जरूर करते रहें।
सिंह राशि
शनि अमावस्या के दिन सिंह राशि के जातक शनि मंदिर के बाहर बैठे कुष्ठ रोगियों या गरीबों को रुपए दान करें। शनि मंत्रों के जाप के साथ सवा किलो गेहूं और वस्त्र भी दान करके लाभ मिलता है। शनि अमावस्या पर ही गौशाला में सरसों की खली का दान दें।
कन्या राशि
शनि अमावस्या कन्या राशि के जातक शनि से संबंधित दान जरूर करें। इसमें काले चने, काली उड़द, काले कपड़े या कंबल का दान शामिल है। शनि देव के निमित्त किन्नर को दक्षिणा सहित दान करें और चरण स्पर्श करें। शनि अमावस्या केला मीठी खील, गुड़ व देसी चने गरीब मजदूर लोगों को बांटे।
तुला राशि
शनि अमावस्या तुला राशि के जातक सवा किलो जौ का दान कर सकते हैं। श्रीशनिदेव का ध्यान करते हुए पंचोपचार पूजन करें। तत्पश्चात शुद्घ आसन पर बैठकर ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र की 7 माला जाप करें। शनि अमावस्या पर ही श्रद्धानुसार या वजन के बराबर गेहूं मंदिर में दान दें।
वृश्चिक राशि
शनि अमावस्या पर सवा किलो साबूत मसूर या काले तिल जरूर दान करें। दान करने से पहले किसी भी शनि मंत्र की 5 माला जाप करें। जाप के बाद साबूत मसूर, पात्र और वस्त्र सहित किसी सफाई कर्मचारी को दक्षिणा सहित दान करें और चरण स्पर्श करें।
धनु राशि
शनि अमावस्या पर सूर्योदय से पहले उठें और स्नान के बाद सवा 5 किलो चने की दाल सवा पांच मीटर स्वच्छ पीले कपड़े में बांधकर अपने पूजा स्थान में रखें। शनिदेव का ध्यान करते हुए पूजन करें। सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं। आसन पर बैठकर 5 माला जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि के स्वामी शनि है। शनिचर अमावस्या पर शनि के निमित्त एक समय का उपवास करें। शनि व्रत की कथा पढ़ें। नीले या काले कपड़ों का गरीबों या सफाई कर्मचारी को दान करें। गरीबों को दही बड़े या उड़द के लड्डू आदि का दान करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातक सफाईकर्मियों को श्रद्धानुसार दान करें। शनि मंदिर में सवा किलो सरसों का तेल भी दान किया जा सकता है। शनि अमावस्या पर ही सात सूखे नारियल और 700 ग्राम बादाम श्रद्धानुसार किसी मंदिर में दान करें।
मीन राशि
शनि अमावस्या श्रीशनिदेव का ध्यान करते हुए पूजन करें। सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं। मंत्र के जाप के बाद किसी मंदिर में श्रद्धानुसार दान दक्षिणा सहित दें। उसके बाद शनि अमावस्या पर श्रद्घानुसार या वजन के बराबर किसी भी तरह का धान गरीबों में बांट सकते हैं।(इन सभी दान के करने से पहले विशेषज्ञ ज्योतिष की सलाह आवश्यक है।)
गणेशजी के आशीर्वाद सहित
भावेश एन पट्टनी
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम
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