ब्लॉककबस्टर फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ (डीडीएलजे), ‘मोहब्बतें’, ‘रब ने बना दी जोड़ी’ जैसी रोमांटिक और अर्थपूर्ण फिल्मों की यादें अभी भी लोगों के स्मृति-पटल पर छायी हुई हैं। आज के युवा वर्ग को तन-मन से हंसाती-डुलाती रोमांटिक फिल्मों के निर्देशक यानी आदित्य चोपड़ा। हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा के सुपुत्र और निर्देशक, निर्माता, लेखक आदित्य चोपड़ा ने मात्र 18 वर्ष की उम्र में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा। श्रेष्ठ निर्देशन और एक अच्छी स्क्रिप्ट वाली फिल्मों को दर्शकों तक पहुंचाने वाले आदित्य चोपड़ा एक बहुप्रतिभाशाली पर्सनालिटी भी रखते हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण निर्माता के रूप में फिल्म समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्में ‘वीर-जारा’, ‘फना’, ‘बैंड बाजा बारात’, ‘एक था टाइगर’,’जब तक है जान’ इत्यादि हैं। रूढ़िवादी फिल्मों को छोड़कर दर्शकों को कुछ खास देने की इच्छा लिए इन्होंने फिल्म निर्माण क्षेत्र में प्रवेश किया। इस प्रोडक्शन के अंतर्गत बनने वाली फिल्मों में ‘काबुल एक्सप्रेस’, ‘चक दे इंडिया’, ‘रॉकेट सिंह’, ‘दम लगा के हईशा’ आदि हैं। आदित्य चोपड़ी की कंपनी और प्रोडक्शन हाउस, यशराज फिल्म्स (वाईआरएफ) भारतीय सिनेमा इतिहास में सबसे बड़ा प्रोडक्शन हाउस भी है। भारतीय सिनेमा जगत में इनके महत्वपूर्ण योगदानों के लिए इनको तीन बार नेशनल अवार्ड भी दिया गया है। प्रतिभाशाली फिल्म प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा पर गणेशजी द्वारा की गई इनकी कुंडली के विश्लेषण से इनके भविष्य के विषय की क्या झांकी प्राप्त होती है, चलिए गणेशजी के शब्दों में ही जानते हैं…!
आदित्य चोपड़ा
जन्म तारीख: 21 मई 1971
जन्म समय: अज्ञात
जन्म स्थल: मुंबई
आदित्य चोपड़ा की सूर्य कुंडली
हमारे विशेषज्ञों द्वारा तैयार अपनी हस्तलिखित जन्मपत्री प्राप्त करें
क्या कहते हैं आदित्य के जन्मकालीन ग्रह:
बॉलीवुड फिल्ममेकर आदित्य चोपड़ा की सूर्य कुंडली के अनुसार इनका जन्म वृषभ लग्न राशि में हुअा है। इनके लग्न में सूर्य व शनि ग्रह की युति है जिसके ऊपर गुरु की सीधी दृष्टि पड़ती है। भाग्य स्थान में अपनी उच्च राशि का मंगल राहु के साथ है। तृतीयेश चंद्र ग्यारहवें भाव अर्थात लाभ स्थान के अंतर्गत मीन राशि में स्थिति है। साथ ही इसके ऊपर देवगुरु बृहस्पति की पंचम दृष्टि पड़ रही है। पंचमेश व धनेश बुध और लग्नेश व षष्ठेश शुक्र बारहवें स्थान में साथ आकर मेष राशि में युति करते हैं।
दूरदर्शिता और सूझबूझ से संपन्न व्यक्तित्व:
आदित्य की कुंडली का अध्ययन करने पर पता चलता है कि लग्नेश शुक्र इन्हें दूरदर्शी बनाने के साथ ही विवेकी पुरुष भी बना रहा है। इसके अलावा, सूर्य व शनि के ऊपर गुरु की संपूर्ण दृष्टि ( सूर्य-शनि-गुरु की प्रतियुति) इनको एडमिनिसट्रेशन में अद्वितीय अंतर्दृष्टि देने के अतिरिक्त योजनापूर्वक आगे बढ़ने की क्षमता प्रदान कर रही है। कुंडली के भाग्य स्थान में उच्च राशि का मंगल आदित्य चोपड़ा को कार्यरत और कार्यकुशल भी बना रहा है। इनके जन्म के समय का चंद्र जल तत्व प्रधान है। यही वजह है कि फिल्मकार आदित्य को हम भावनात्मक और सामाजिक इंसान के रुप में देखते हैं। निर्देशक के रूप में आदित्य ने भारतीय फिल्म जगत को काफी सफल फिल्में दी हैं। जाॅब या बिजनेस, क्या आप इन दोनों में से किसी एक को नहीं चुन पा रहे तो हमारी जाॅब या बिजनेस रिपोर्ट से अपने इस सवाल का जवाब पाए।
तलाक योग और वर्तमान शादीशुदा जिंदगी का भविष्य:
सप्तमेश मंगल की राहु के साथ युति और सूर्य व शनि की सप्तम स्थान पर दृष्टि पड़ रहे होने से अपनी पहली पत्नी पायल खन्ना के साथ इनका तलाक हुआ। वर्तमान में रानी मुखर्जी इनकी पत्नी हैं। भाग्येश शनि पर गुरु की पूर्ण दृष्टि है जिसके कारण इनको निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। गणेशजी दांपत्य जीवन सुखमय रहने की संभावना देख रहे हैं।
क्या कहते हैं गोचर के ग्रह:
आदित्य की कुंडली के बारहवें भाव में केतु कुंभ राशि में और राहु सिंह राशि में भ्रमण करता है। शनि महाराज जन्म के चंद्र से दसवें स्थान यानी धनु राशि में गोचर करते हैं। सूर्य व बुध जन्म के चंद्र से दूसरे भाव यानी मेष राशि में भ्रमण करते हैं। सेनापति मंगल वृषभ राशि में जन्म के चंद्र से तीसरे स्थान में गोचर करता है। गुरु जन्म के चंद्र से सातवें में कन्या राशि में गोचर कर रहा है। वहीं शुक्र जन्म के चंद्र से मीन राशि में गोचर कर रहा है।
आगामी वर्ष कैसा रहेगा?
संघर्षमय समय:
आदित्य चोपड़ा की कुंडली के बारहवें भाव में केतु और छठें भाव में राहु भ्रमण कर रहा है। इस अशुभ ग्रह स्थिति के कारण 17 अगस्त तक इनको संघर्षमय स्थिति में से होकर गुजरना होगा। गणेशजी इसकी वजह से चिंताओं में बढ़ोत्तरी होने की आशंका देख रहे हैं।
शुभ परिणाम की प्राप्ति:
इसके बाद का समय प्रगतिकारक कहा जाएगा। साल 2017 के दरमियान12 सितंबर तक कन्या राशि का गुरु इनके कार्यक्षेत्र में मध्यम तथा तबीयत के मामले में शुभ परिणाम देकर जाएगा। शुभ ग्रहों के मिलने से 12 सितंबर से लेकर 11 अक्टूबर तक तुला के गुरु की लाभदायी दृष्टि की वजह से आर्थिक क्षेत्र में इनकी कमाई अधिक रहेगी।
भाग्यशाली समय, पर मानसिक संघर्ष का समय:
26 मई से 11 जुलाई तक की समयावधि में मिथुन राशि के मंगल के चंद्र से तीसरे स्थान पर होने से सफलता मिलेगी। भाग्य उनको उन्नति के अवसर मुहैया करवाएगा। 11जुलाई से 27 अगस्त तक कर्क राशि का मंगल चंद्र से नवपंचम होने से इनकी प्रगति के द्वार खुलेंगे। पर, इसके जन्म के केतु पर से गुजरने के कारण गणेशजी के अनुसार इनके मानसिक रूप से चिंतित व व्याकुल दिखाई पड़ने की संभावना है।
पब्लिक लाइफ में ख्याति:
27 अगस्त से 13 अक्टूबर तक सिंह राशि का मंगल जन्म के चंद्र से छठे में होने से यह अपने कार्यक्षेत्र में प्रगति करेंगे। पब्लिक लाइफ में इनको नाम व शोहरत मिलेगी। 13 अक्टूबर से 21 नवंबर के दौरान कन्या राशि का मंगल जन्म के चंद्र से सातवें से होकर भ्रमण करेगा जिससे आर्थिक दृष्टि से इनकी प्रगति होने के आसार हैं।
आदित्य चोपड़ा की संपूर्ण कुंडली का आंकलन करने पर यह कहा जा सकता है कि इनको इस वर्ष नाम और ख्याति दोनों मिलेगी।
आदित्य चोपड़ा जीवन में खूब प्रगति करते हुए नाम कमाएं एेसी गणेशजी की हार्दिक शुभकामना है…!
त्वरित समाधान पाने के लिए ज्योतिषी से बात कीजिए।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
प्रकाश एस. पंड्या
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम