पिछले कुछ दिनों या कहें तीन महीनों में कई कंपनियां अपने शेयर बाजार में अपने आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) ला चुकी हैं और अपने आपको सूचीबद्ध (लिस्ट) करवा चुकी है। वैसे तो इन तीन महीनों में लगभग 12 कंपनियों के आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) जारी हुए। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में जो रहे वो हैं, आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉर्प लि.) और सीएसबी बैंक। इन दोनों ही कंपनियों ने अपनी लिस्टिंग के दिन मुनाफ़े के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और अपने शेयर धारकों को क्रमशः 127.69% तथा 53.9% का लाभ दिलाया। ये तो थी गुज़रे हुए कल की बात। अब करते हैं आने वाले कल की बात। तो कल यानि 12 दिसंबर 2019 को इसी तरह एक और कंपनी का आईपीओ खुलने वाला है। जिसका नाम है उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक। ये प्राइवेट सेक्टर का एक छोटा बैंक है। जो छोटे कर्ज़दाओं को ऋण मुहैया कराता है। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के बारे में हम थोड़ी जानकारी नीचे भी पढ़ेंगे। साथ ही जानेंगे हमारे ज्योतिषी विशेषज्ञों का विश्लेषण कि ये आईपीओ कितना सफल रहेगा।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की सामान्य जानकारी
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड भारत में एक व्यापक बाजार केंद्रित बैंक है, जो कि वित्तीय रूप से अनारक्षित और कम कीमत वाले क्षेत्रों में ऋण मुहैया करता है और देश में वित्तीय समावेश के लिए प्रतिबद्ध है। साल 2005 में कुछ लोगों ने मिलकर मुख्य रूप से उन लोगों के लिए वित्तीय सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करने के मिशन से उज्जीवन फ़ाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (यूएफएसएल) की शुरुआत की जो आर्थिक रूप से गरीब तो हैं परन्तु सक्रिय हैं। अर्थात् वे लोग जो कुछ काम-धंधा या उद्यम करना तो चाहते हैं और अपने साथ कुछ लोगों को भी लगाना चाहते हैं, लेकिन उनके पास ना तो पर्याप्त धन था, और ना ही संसाधन। जिनको बड़े वित्तीय संस्थानों ने भी कोई मदद उपलब्ध नहीं करायी। ऐसे में यूएफएसएल ने एनबीएफसी के रूप में इस संचालन की शुरुआत की। 7, अक्टूबर, 2015 को, यूएफएसएल को एक स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) स्थापित करने के लिए आरबीआई की इन-प्रिंसिपल स्वीकृति प्राप्त हुई, जिसके बाद उसने उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में शामिल किया। यूएफएसएल, 11 नवंबर, 2016 को स्मॉल फाइनेंस बैंक के रूप में व्यवसाय को स्थापित करने के लिए उज्जीवन फ़ाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को आरबीआई का फाइनल अप्रूवल हुआ। जिसके बाद, यूएफएसएल ने अपने व्यापार को लोन देने और वित्तीय कारोबार में शामिल करने के लिए बैंक में स्थानांतरित कर दिया। 1, फरवरी, 2017 इसकी औपचारिक घोषणा की गयी। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल एक ‘अनुसूचित बैंक’ हैं।
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उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ से हमें क्या फायदा?
वैसे तो इसका सबसे बड़ा फायदा है कि हम इसके शेयर ख़रीद सकते हैं और बैंक के कारोबार में हिस्सेदार बनकर लाभ कमा सकते हैं। लेकिन अगर अप्रत्यक्ष रूप से देखा जाये तो इससे हमारे देश को काफी लाभ मिल सकता है। और केवल इससे ही नहीं इस तरह की जितनी भी कंपनियां या बैंक जो आर्थिक रूप से सक्रीय गरीबों को वित्तीय सुविधाएँ उपलब्ध करते हैं तो हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था को सहारा मिलता है। इसका एक बड़ा आसान सा उदाहरण है कि बड़े बैंक बड़े लोगों को ही लोन देते है हैं, और ये बड़े लोग या लोन चुकाते नहीं है या लोन लेकर भाग जाते हैं। ऐसे में बैंक का एनपीए यानि नॉन परफार्मिंग एसेट्स अर्थात गैर निष्पादित संपत्ति बढ़ जाती है। जिससे बैंकों को नुकसान होता। बैंकों को नुकसान होता है तो हमारी अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होती है। अब मज़ेदार बात ये है कि बैंकों के जितने भी लोन डूबे हैं वो ऐसे बड़े लोगों की वजह से ही डूबे हैं। जिनके नाम आप अच्छी तरह से जानते होंगे। आपके और हमारे जैसे छोटे लोगों की वजह से नहीं। यही बात उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए सबसे सकारात्मक बात है। क्योंकि ये छोटे और मंझले कारोबारियों और उद्यमी संस्थानों को लोन देते हैं जो खाकर भागते नहीं बल्कि समय से पहले ही चुका देते हैं। ऐसे में इस बैंक में निवेश करना ना केवल खुद के लिए फायदे का सौदा हो सकता है, बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी एक अहम् योगदान हो सकता है।
तो दोस्तों ये थी उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के बारे में सामान्य जानकारी। अब आगे जानते हैं कि इस बैंक का आने वाला समय कैसा हो सकता है? गणेशस्पीक्स के अनुभवी ज्योतिष विद्वानों ने उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की सूर्य कुंडली का गहन विश्लेषण करने के बाद कुछ निष्कर्ष निकाले हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की कुंडली
नाम – उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक
स्थापना दिवस – 1 फरवरी 2017
स्थापना स्थान – बैंगलोर, कर्नाटक, इंडिया
ज्योतिषीय विश्लेषण
कंपनी की निगमन कुंडली पर एक नज़र डालने पर ज्ञात होता है कि मीन राशि में मंगल, चंद्रमा और शुक्र का संयोजन हो रहा है। इसलिए, ये एक धन-योग का निर्माण कर रहे हैं। जिसका अर्थ है धन की प्राप्ति के लिए एक अनुकूल विन्यास और इस तरह से सबसे शुभ ग्रह संयोजनों में से एक है। कंपनी कई नयी शाखाओं का प्रबंधन करने में सक्षम होगी और उद्योग/क्षेत्र की अन्य संस्थाओं के साथ विभिन्न संबद्धता भी बनाएगी।
बृहस्पति और चंद्रमा एक दूसरे के विपरीत स्थित हैं। इसलिए, यह सबसे भाग्यशाली ग्रह संयोजनों में से एक है और कंपनी को महान वित्तीय भाग्य के साथ आशीर्वाद देगा। यह स्थिति इंगित करती है कि ज्यादातर संदर्भों के कारण कंपनी भारी संख्या में ग्राहकों को अधिग्रहित करने में सक्षम होगी।
सूर्य और चंद्रमा के बीच जन्म के केतु की उपस्थिति वांछनीय नहीं है। यह इंगित करता है कि कंपनी के शेयर की कीमत में अगले कुछ महीनों तक उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। जून 2020 के बाद शेयर की कीमतों में पर्याप्त वृद्धि देखने को मिल सकती है।
जहाँ तक व्यावसायिक लाभ और फ़ायदे की बात है तो जनवरी 2020 के बाद की ग्रहों की स्थिति अधिक लाभकारी होगी। हालांकि, शनि और जन्म के सूर्य के पारगमन का संयोजन भी एक प्रतिबंधक कारक हो सकता है और इसलिए कंपनी के समग्र विकास में धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि देखने को मिल सकती है।
इसके अलावा कंपनी की तरक्की इसके प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। सीधी सी बात है अगर कंपनी लोगों को बेहतर सेवाएं देने में कामयाब हुई तो निसंकोच वृद्धि करेगी। अन्यथा नीचे की ओर भी जा सकती है।
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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम