राहु कर्क राशि में गोचर, केतु का मकर में – गोचर की तारीखें
राहु-केतु ग्रहों को छाया ग्रह के नाम से जाना जाता है। इन दोनों ग्रहों का अपना कोर्इ अस्तित्व नहीं होता, एेसे में ये जिस ग्रह के साथ बैठते है उसी के अनुसार प्रभाव दिखाते है। 30 जनवरी, 2016, को राहु आैर केतु ने क्रमशः सिंह आैर कुंभ राशि में प्रवेश किया। आैर अब ये 18 अगस्त, 2017 को कर्क-मकर राशि में प्रवेश करेगा आैर इनमें 7 मार्च, 2019 तक रहेगा।
राहु-केतु गोचर 2017 – महत्वपूर्ण घटनाएं
शनि, राहु आैर केतु किसी एक राशि में अपने पारगमन को पूरा करने के लिए सबसे लंबा समय लेते है। एेसे में ये दोनों दूषित ग्रह हमारे जीवन के रूझानों पर बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव ड़ालते है। ये दोनों ही ग्रह हमारे कर्मों का प्रतिनिधित्व करते है आैर हमारे कर्मों के अनुसार फल देते है, राहु हमारे भविष्य का प्रतीक है आैर केतु हमारे अतीत को दर्शाता है।
अनिश्चित, आकस्मिक या अप्रत्याशित – ये कुछ मार्ग है जिसमें राहु आैर केतु दोनों कार्य करते है। जब ये दोनों ग्रह परिचालन करते है, तब बदलाव जगह बनाएगा वो भी तब जब आप कम से कम अपेक्षा करते है। अवसर आएंगे, जब आपके लिए उसके लिए कम से कम तैयार है। ये सभी हालात हमें आगे बढ़ने में आैर हमारी प्रवृत्ति के आधार पर एवं त्वरित कार्य करने में सक्षम बनाते है।
राहु आैर केतु – परिवर्तन की लहर या फिर कष्टदायी स्थिति ?
राहु आैर केतु ज्यादातर क्रूर ग्रह माने जाते है, जो हमारे जीवन में कहर भरने आैर हमारी समस्याअों को बढ़ाने के लिए मौजूद रहते है। लेकिन, हमें ये समझना चाहिए कि ये दोनों ही ग्रह चयनित ग्रह है, जिन्हें जातकों को अपने कर्मों आैर रवैये के अनुसार परिणाम देने की भूमिका सौंपी गर्इ है। वे कोर्इ भी काम बिना किसी कारण या तर्क के नहीं करते।
अगर ये दोनों ही ग्रह आपकी परेशानियों अौर मुश्किलों को बढ़ा रहे है, तो इसका मतलब ये कि आप अपने पिछले जन्म में कुछ पाप या गलत कार्य किए हो सकते है। एेसा कहा जाता है कि ‘बदलाव निरंतर है’ लेकिन ये कौन सुनिश्चित करता है कि बदलाव जगह बनाता है ? ये कौन सुनिश्चित करता है कि हम नर्इ आैर बेहतर चीजों का अनुभव करने में सक्षम है ? ये कौन सुनिश्चित करता है कि हम पुराने आैर नीरसता से छुटकारा पाएं ? इस बारे में सोचें, जी हां ये सब राहु -केतु करवाते है। जब राहु हमें नर्इ आैर आधुनिक चीजों की आेर ले जाता है, तब केतु दूसरी आेर ये सुनिश्चित करता है कि वहां एक अच्छा संतुलन है आैर उन चीजों को खत्म करता है जो अब हमारे जीवन में आवश्यक नहीं है।
ये जानने के लिए राहु-केतु का प्रभाव आपकी जिंदगी के प्रमुख क्षेत्रों पर कैसा होगा, राहु-केतु गोचर रिपोर्ट का लाभ उठाए।
राहु आैर केतु – उनकी ताकत को खोजें
ये दोनों एेसे ग्रह है जो असाधारण शक्ति आैर अतुलनीय बल प्राप्त करते है। अगर ये दोनों ही ग्रह जातक की कुंडली में अच्छी स्थिति में विराजमान है तो आप जबरदस्त सफलता आैर अद्भुत लाभ प्राप्त कर सकते है। ये दोनां ही ग्रह हमें भय का सामना कराते है आैर हमें मजबूत बनने में सक्षम बनाते है, जिससे हमारे व्यक्तित्व आैर मानसिकता में बड़े बदलाव ला जा सकते है।
आगामी राहु-केतु गोचर बारह राशियों पर अलग-अलग प्रभाव ड़ालेंगे, तो आइए जानते है कि आप इस घटना से कैसे प्रभावित हो सकते हैः
राहु केतु गोचर का प्रभाव मेष राशि पर
राहु गोचर का मेष राशि पर प्रभाव
-राहु चौथे भाव में
राहु का कर्क में गोचर मेष राशि के जातकों की कुंडली के चौथे भाव को प्रभावित करेगा। जो कि आपको असुरक्षित महसूस करा सकता है आैर अपनी प्रतिष्ठा आैर सम्मान के खोने का भय पैदा कर सकता है। इस गोचर के दौरान आपकी जिंदगी की राह में कर्इ सारी चुनौतियां हो सकती है आैर कुछ मसलों के कारण निराशा उत्पन्न हो सकती है। आैर पढ़ें….
केतु गोचर का मेष राशि पर प्रभाव
-केतु दसवें भाव में
केतु के मकर राशि में गोचर का ये समय आपके कैरियर से संबंधित मामलों में अशांत अवधि के संकेत दे रहा है। सफलता की राह कर्इ सारे घुमाव आैर मोड़ से भरी होगी। अगर आप अपनी जाॅब में अथाॅरिटी की पाॅजिशन पर है, तो ये आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है। या फिर सीनियर्स के साथ परेशानी हो सकती है। आैर पढ़ें….
राहु केतु गोचर का प्रभाव वृषभ राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव वृषभ राशि के लिए
– राहु तीसरे भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा आैर आपको विभिन्न तरीको से लाभ मिलने की संभावना है। इस गोचर के दौरान आप कर्इ तरह के भौतिक सुखों का आनंद उठाने में सक्षम होंगे आैर इस समय आपको आकस्मिक लाभ मिल सकता है। अौर पढ़ें…..
केतु गोचर का प्रभाव वृषभ राशि के लिए
– केतु नौवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर काफी अनुकूल अवधि होगी अगर आपकी रूचि धर्म आैर आध्यात्मिकता में है। आप आध्यात्मिक मामलों में अधिक रूचि लेंगे आैर धर्म के बारे में अधिक से अधिक खोज करना चाहेंगे। आप उन मसलों का जवाब पाने में सक्षम होंगे जो पिछले लंबे समय से आपके दिमाग में है। आैर पढ़ें…
राहु केतु गोचर का प्रभाव मिथुन राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव मिथुन राशि के लिए
– राहु दूसरे भाव में
राहु का दूसरे भाव में गोचर फाइनेंस से जुड़े मामलों पर स्पाॅटलाइट ड़ालेगा। समस्याएं उत्पन्न करके, राहु आपको अपनी धन-संपत्ति के मूल्यों का एहसास कराएगा। आमतौर पर, राहु का दूसरे भाव में होना वित्तीय मामलों में भाग्य के उलटने का कारण हो सकता है, एेसे में आपको वित्तीय लेनदेन के दौरान अत्यधिक सतर्क रहना होगा। आैर पढ़ें….
केतु गोचर का प्रभाव मिथुन राशि के लिए
– केतु आठवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर अप्रत्याशित परेशानियां लेकर आएगा, एेसे में आपको बहुत सावधान रहना होगा। केतु के गोचर के दौरान संभावित खतरे का अनुमान है, एेसे में अनावश्यक जोखिम लेने से बचें। केतु के गोचर के दौरान, आपका मंत्रा – “Safety first” होना चाहिए। आैर पढ़ें…
राहु केतु गोचर का प्रभाव कर्क राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव कर्क राशि के लिए
– राहु पहले भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर कुछ सेहत संबंधी परेशानियों आैर शारीरिक पीड़ा का कारण हो सकता है। बल्कि इस समय मानसिक अशांति के भी संकेत मिल रहे है अौर आप सामान्य रूप से चीजों के बारे में बहुत अधिक सोचना शुरू कर सकते है। लेकिन अत्यधिक सोचना भ्रम का कारण हो सकता है। आैर पढ़ें…..
केतु गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव
– केतु सातवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर सेहत आैर हित से जुड़े मामलों में परेशानियां उत्पन्न कर सकता है। रिश्तों को संभालने की आपकी क्षमता प्रभावहीन हो सकती है आैर वैवाहिक जीवन में आपको कठिन राह से गुजरना पड़ सकता है। आपके जीवनसाथी की सेहत भी इस केतु के गोचर के दौरान गड़बड़ा सकती है। आैर पढ़ें……
राहु केतु गोचर का प्रभाव सिंह राशि पर
राहु गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव
–राहु बारहवें भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर विभिन्न स्तर पर बहुत सारे बदलाव का कारण हो सकता है आैर इस समय आपके साथ कुछ अप्रत्याशित घटनाएं होगी। भ्रम का ग्रह हाेने के कारण-राहु आपको सपनों की दुनिया आैर अंतहीन कल्पनाआें में ड़ाल देगा। राहु के गोचर के प्रभाव से आप ज्यादातर अपने विचारों में खोए रहेंगे। आैर पढ़ें…..
केतु गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव
–केतु छठें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर आपके लिए बेहतरीन अवधि साबित होगी आैर आप अपनी जिंदगी में विभिन्न अनुकूल उन्नति के साक्षी बनेंगे। केतु आपको निडरता का आशीर्वाद देगा आैर आप काफी निडर होंगे। केतु गोचर 2017 की ये अवधि आपके दुश्मनों के लिए काफी भयानक होगी क्यूंकि आप उनके साथ बहुत निष्ठुर तरीके से पेश आएंगे। आैर पढ़ें…
राहु केतु गोचर का प्रभाव कन्या राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव कन्या राशि के लिए
– राहु ग्यारवें भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर आपके लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण गोचर साबित होगा आैर आप जिंदगी के विभिन्न क्षेत्रों से लाभ अर्जित करने में सक्षम होंगे। ज्योतिषीय दृष्टि से, राहु का ग्यारवें भाव में विराजित होना अत्यधिक अनुकूल माना जाता है। आैर पढ़ें….
केतु गोचर का प्रभाव कन्या राशि के लिए
– केतु पांचवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर आपके सहजज्ञान की ताकत को मजबूत बनाएगा आैर आपको विस्तृत परिपेक्ष्य से चीजों पर विचार करने में सक्षम बनाएगा। अाप एेसा महसूस करेंगे आपके विचार धूमिल हो रहे है आैर पहले की तरह स्वतंत्र रूप से गतिशील नहीं है। आैर पढ़ें…..
राहु केतु गोचर का प्रभाव तुला राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव तुला राशि के लिए
– राहु दसवें भाव में
राहु के मकर राशि में गोचर 2017 की अवधि में अपने जिंदगी में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव के लिए तैयार रहें क्यूंकि ये गोचर अनिश्चितता आैर व्यवधान के रूप में आएगा। ये गोचर सबसे पहले आपके कार्यक्षेत्र पर अपना प्रभाव दिखाएगा, जिसके तहत स्थानांतरण या फिर सीनियर्स व सहकर्मियों के साथ परेशानी होने की संभावना है। आैर पढ़ें…..
केतु गोचर का प्रभाव तुला राशि के लिए
– केतु चौथे भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर भूमि आैर संपत्ति से जुड़े मसलें ला सकता है। इस समय चाहे आपको सफलता मिलें या असफलता, लेकिन आपके मन में निरंतर असंतोष की भावना रह सकती है। केतु के चौथे भाव में गोचर के दौरान, भावनात्मक तनाव रहने की संभावना है। आैर पढ़ें…..
राहु केतु गोचर का प्रभाव वृश्चिक राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव वृश्चिक राशि के लिए
– राहु नौवें भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर संस्कृति, धर्म, संस्कारों, रीति-रिवाजों, निजी मान्यताआें आैर नैतिक मूल्यों के प्रति आपके विचारों में बदलाव लाएगा। नौवें भाव में विराजित राहु नर्इ संस्कृतियों, परंपराआें आैर स्थानों को तलाशने के अवसर प्रस्तुत करेगा। आप बहुसांस्कृतिक पहलुआें में गहरी दिलचस्पी विकसित करेंगे। आैर पढ़ें…..
केतु गोचर का प्रभाव वृश्चिक राशि के लिए
– केतु तीसरे भाव में
केतु के मकर राशि में गोचर की ये अवधि आपके लिए बेहतरीन होगी आैर आप बहुत सारे लाभ का अनुभव करने में सक्षम होंगे। केतु के आपकी कुंडली के तीसरे भाव में विराजित होने के कारण आपके अधिक आत्मविश्वासी आैर साहसी हो सकते है। आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी। आैर पढ़ें…..
राहु केतु गोचर का प्रभाव धनु राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव धनु राशि के लिए
– राहु आठवें भाव में
गणेशजी का पूर्वानुमान है कि राहु के कर्क राशि में गोचर की ये अवधि परिवर्तन आैर सुधार की होगी। आपको ये जानना होगा कि दूसराें की सहायता लेना आैर उनके संसाधनों को स्वीकारने में कोर्इ बुरार्इ नहीं है। आत्मनिर्भर होना अच्छा है, लेकिन दृढ़ बनना आपके लिए अच्छा नहीं होगा। आैर पढ़ें…..
केतु गोचर का प्रभाव धनु राशि के लिए
– केतु दूसरे भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर धन-संपत्ति के मामले में परिवर्तन के संकेत देता है। वहीं अपनी चीजों या सामान को लेकर अत्यधिक सतर्क रहें क्यूंकि चीजें इधर-उधर होने या खो जाने की संभावना है। आपको यात्रा के दौरान खासकर सावधानी बरतनी होगी क्यूंकि उस समय चोरी की घटनाएं हो सकती है। आैर पढ़ें…..
राहु केतु गोचर का प्रभाव मकर राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव मकर राशि के लिए
– राहु सातवें भाव में
राहु के कर्क राशि में गोचर के दौरान, आपके रिश्ते से जुड़े मामले सामने आ सकते है। जब राहु सातवें भाव में गोचर करेगा तो इसके प्रभाव से आपके अपनी साथी के साथ गलतफहमियां आैर मनमुटाव बढ़ेंगे। वहीं आपके जीवनसाथी को सेहत संबंधी परेशानी हो सकती है या सामान्य समस्याएं बढ़ सकती है आैर ये हालात आपको परेशान करेंगे। आैर पढ़ें…
केतु गोचर का प्रभाव मकर राशि के लिए
– केतु पहले भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर अापके लिए मुश्किल अवधि साबित होगी, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में असमंजस की स्थितियों से भरी होगी। आपको त्वरित निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है आैर आप खुद को खाेया-खोया सा महसूस कर सकते है। आैर पढ़ें….
राहु केतु गोचर का प्रभाव कुंभ राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव कुंभ राशि के लिए
– राहु छठें भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर आपके लिए लाभदायी साबित होगा आैर आप कर्इ सकारात्मक बदलाव की उम्मीद कर सकते है। राहु के प्रभाव से आप अधिक दबंग आैर आत्मविश्वासी महसूस करेंगे आैर नर्इ ऊर्जा के साथ चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे। आैर पढ़ें….
केतु गोचर का प्रभाव कुंभ राशि के लिए
– केतु बारहवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर कुछ पहलुआें को छोड़कर ज्यादातर आपके लिए लाभदायी साबित होगा। केतु के नौवें भाव में गोचर के दौरान आप ये महसूस कर पाएंगे कि सभी चीजें आपके नियंत्रण में नहीं है आैर इसलिए आप अनावश्यक रूप से दूसरों को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं करेंगे। आैर पढ़ें…..
राहु केतु गोचर का प्रभाव मीन राशि पर
राहु गोचर का प्रभाव मीन राशि के लिए
– राहु पांचवें भाव में
राहु का कर्क राशि में गोचर मुख्य रूप से आपके ध्यान केन्द्रित करने आैर दिमाग को स्थिर रखने की क्षमता को प्रभावित करेगा, जिसका प्रभाव आपकी परफोमेंस पर पड़ सकता है। ये समय शेयर बाजार में निवेश करने के लिए अच्छा नहीं है, क्यूंकि राहु असमंजस या भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता रहेगा। आैर पढ़ें….
केतु का मीन राशि में गोचर
– केतु ग्यारवें भाव में
केतु का मकर राशि में गोचर आपके लिए फलदायी अवधि साबित होगी, क्यूंकि इस अवधि में आपको पूर्व प्रयासों का फल आैर आकस्मिक लाभ मिल सकते है। जब केतु अापकी कुंडली के ग्यारवें भाव में विराजमान होगा तो आप अच्छी कमार्इ करने में सक्षम होंगे। आैर पढ़ें….
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम
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