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गणेशजी कहते हैं, तुला राशि से मंगल का पारगमन अराजकता एवं अशांति लाएगा

गणेशजी कहते हैं, तुला राशि से मंगल का पारगमन अराजकता एवं अशांति लाएगा

ज्योतिष विद्या के अनुसार भूमिपुत्र मंगल 05-02-2014 को तुला राशि में प्रवेश कर चुका है। मंगल अग्नि तत्व ग्रह है एवं तुला वायु तत्व की राशि है। इसलिए इस में कोई शक नही कि दोनों का मिलन हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालेगा। जब दोनों तत्व एक सही संतुलन में हों, तो सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, नतीजन, आग, हवा को अपने दम से नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में मदद करती है एवं हवा आग को जलती रहने में सहयोग करती है। यदि इस संयोजन में थोड़ा सा भी असंतुलन पैदा हुआ तो बड़ी मुश्किल उत्पन्न हो सकती है। मंगल सब को अलग अलग तरीकों से प्रभावित करता है, यह आप को कैसे प्रभावित करेगा यह आप की राशि पर निर्भर करता है।

मौजूदा मंगल पारगमन के बारे में गणेशजी कहते हैं कि जैसे दो नकारात्मक ग्रह राहु एवं शनि पहले से ही तुला राशि से पारगमन कर रहे हैं, तो अधिक संभावना है कि इस बार मंगल का अधिक दुष्प्रभाव होगा। इसके अलावा मंगल तुला राशि में 02-03-2014 से 24-03-2014 तक की समय अवधि में प्रतिगामी होगा एवं शनि भी 03-03-2014 के बाद से प्रतिगामी हो जाएगा। ध्यान रहे कि राहु हमेशा प्रतिगामी रहता है।

तीन शक्तिशाली ग्रह एक ही राशि में प्रतिगामी होंगे, इसलिए आप को हर मामले में अधिक सावधान एवं सचेत रहने की सलाह दी जाती है। इसका नकारात्मक प्रभाव कितना तीव्र होगा कहना मुश्किल होगा, लेकिन ध्यान रखें कि यह ग्रहों का संयोजन जीवन में कुछ चुनौतीपूर्ण समय लेकर आएगा। गणेशजी देखते हैं कि 19-03-2014 से अगले दो दिन चंद्रमा, जो मस्तिष्क का स्वामि है, इन शक्तिशाली ग्रहों के साथ तुला राशि में से पारगमन करेगा। अगर आप तुला राशि में पैदा हुए हैं तो अधिक सचेत, सावधान एवं चौकस रहने के साथ आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें।

मंगल का तुला राशि के बीच से पारगमन व्यक्तिगत कुंडली को प्रभावित करेगा एवं उसी समय यह बड़े मंच पर भी असर डालेगा। विशेष रूप से वैश्विक राजनीति और भौगोलिक परिस्थितियों पर इस पारगमन का एक अलग ही प्रभाव देखने मिलेगा। मंगल की दो नकारात्मक ग्रहों के साथ युति होने से लड़ाई, विरोध प्रदर्शन, युद्घ एवं रक्तपात आदि होने की संभावना है। राजनीतिक मंचों पर जल्दबाज़ी में लिए गए फैसले भविष्य में गलत साबित होंगे। भौगोलिक परिस्थितियों पर पारगमन के प्रभाव की बात करते हुए गणेशजी कहते हैं कि ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप एवं भूस्खलन आदि घटनाएं घट सकती हैं। क्योंकि पारगमन का संबंध दक्षिण दिशा के साथ है, इसलिए दक्षिण में स्थित देशों एवं राज्यों पर ग्रहीय हलचल का बहुत ज़ोरदार असर पड़ेगा। गणेशजी को लगता है कि आतंकवादी हमले होने की संभावना है एवं इसमें मानवीय जानें जा सकती हैं।

मंगल की किसी एक घर में उपस्थिति आप की राशि को किस तरह प्रभावित करेगी, यह जानने के लिए यह लेख पढ़ें। ये भविष्यवाणियां एवं उपचारात्मक उपाय वैदिक ज्योतिष के सिद्घांतों पर आधारित हैं, जो विश्वसनीय एवं प्रामाणिक हैं। सुझाए गए उपचारात्मक उपायों को अपनाकर आप स्वयं को इस पारगमन के नकारात्मक प्रभावों से बचा सकते हैं। याद रखें कि गणेशजी का आशीर्वाद हमेशा आप के साथ है।

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मेष :
मंगल, जो आप की राशि का स्वामि है राहु एवं शनि के साथ आप की राशि से सातवें घर में युति बनाएगा। इसलिए गणेशजी को लगता है कि इस समय के दौरान आप के अपने सहयोगियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। इतना ही नहीं, वैवाहिक जीवन में भी उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। अगर आप सामाजिक हस्ती हैं, तो आप को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए। अगर आप अपने गुस्से पर काबू न रख पाएं तो आप की छवि को चोट पहुंच सकती है।
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वृषभ :
गणेशजी देख रहे हैं कि मंगल, राहु एवं शनि की युति आप के बीमारी, दुश्मन एवं नौकरी के घर में हो रही है। इसके चलते आप अक्सर स्वयं को अपने सहकर्मियों के साथ काम को लेकर तर्क वितर्क करते हुए पाएंगे। छोटे छोटे मामले भी बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं। गणेशजी की सलाह है कि इस समय के दौरान आप संयम रखें, क्योंकि इससे आप के अच्छे रिश्ते सदैव के लिए बने रह सकते हैं। इस दौरान आप के नए दुश्मन बनेंगे, जिनमें से कुछ को आप हरा भी सकते हैं, लेकिन इससे आप का समय एवं शक्ति व्यर्थ होगी। इस समय के दौरान आप को मौसमी बीमारियां घेर सकती हैं या हीमोग्लोबिन से जुडी कोई बीमारी परेशान कर सकती है।
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मिथुन :
गणेश जी के अनुसार शनि, मंगल एवं राहु की युति शिक्षा, बच्चे, प्यार एवं स्टोक मार्केट के पांचवें घर में बनेगी। इस दौरान परीक्षा में बैठना बहुत चुनौतीपूर्ण होगा, कयोंकि इस समय आप के लिए पढ़ा हुआ याद रखना कठिन काम रहेगा एवं आप अपना ध्यान भंग कर बैठेंगे। हालांकि, गुरू, जो आप की राशि के ऊपर से गुज़र रहा है, निश्चित रूप से आप के बचाव में आएगा। गुरु आप के सामने एक बहुत ही अच्छा अवसर ले कर आएगा, आप को बस उसे पहचान कर उस का फ़ायदा उठाना है। इसके अलावा इस समय आप के घर में बच्चों एवं घर के बड़े सदस्यों के साथ वैचारिक रूप से मतभेद खड़े हो सकते हैं। अगर लव लाइफ की बात की जाए तो गणेशजी कहते हैं बहुत कठिन वक्त है। हो सके तो इस समय आप किसी खास के सामने प्रेम का प्रस्ताव न रखें; आप अपनी भावनाओं को प्रकट करने में चूक सकते हो। अगर आप व्यापारी एवं निवेशक हैं तो इस समय किसी भी तरह की लेन देन न करें, क्योंकि इस मौके पर गलत फैसले होने की मज़बूत संभावना है।
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कर्क :
शनि, मंगल एवं राहु आप के दिल और प्रसन्नता के घर में युति बनाएंगे। इसी समय के दौरान मंगल मातृभूमि के घर से पारगमन करेगा। जैसे ही इस समय के दौरान मंगल दो नकारात्मक ग्रहों के साथ युति बनाएगा, तो आप के मातृभूमि से दूर जाने की अधिक संभावनाएं बनेंगीं, फ़िर चाहे वह किसी नयी नौकरी की वजह से हो या वर्तमान नौकरी में तबादले की वजह से। आप बेमतलब की चिंताओं में फंस सकते हैं। अगर आप का काम या व्यवसाय ज़मीन जायदाद से जुड़ हुआ है तो आप को अधिक सचेत रहने की ज़रूरत है, क्योंकि इस समय किए गए सौदे घाटा दे सकते हैं।
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सिंह :
इस राशि में मंगल शनि व राहु तीसरे घर में युति बनाएंगे, जो भाई बहन एवं पड़ोसियों का वाचक है। इस राशि के लोगों के लिए अगर यह समय अधिक अनुकूल नही है तो प्रतिकूल भी नही है। हालांकि यात्रा करने वालों के लिए इस समय के दौरान परेशानियां उत्पन्न होंगी। जो लोग काम एवं अन्य कारण से यात्रा करने की सोच रहे हैं, उन को यात्रा के दौरान असुविधा रहेगी इसलिए हो सके तो यात्रा टालें। गणेशजी आप को सलाह देते हैं कि भाई बहनों एवं पड़ोसियों के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहें। किसी भी वाद-विवाद से दूर रहें। कानूनी कागज़ पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले उस को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
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कन्या :
शनि, मंगल एवं राहु की तिकड़ी कन्या राशि के तीसरे घर में युति बनाएगी, जो घर परिवार, वित्तीय मामलों, भाषण व आंखों को परिभाषित करता है। गणेशजी की सलाह है कि आप को उपरोक्त चार मामलों में बहुत सावधानी बरतने की ज़रूरत है। इस समय के दौरान आप के किसी बहुत करीबी परिवार सदस्य से मतभेद हो सकते हैं। इस समय आप कुछ सही वित्तीय फैसले लेने में चूक सकते हैं इस्लिए हो सके तो पैसों से जुडे महत्वपूर्ण निर्णय अब ना लें। आप की वाणी आप के रिश्ते की सद्भावना को खत्म कर सकती है, हो सके तो बोलते वक्त ध्यान रखें। गणेशजी को लगता है कि इस समय के दौरान आप आंखों की बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं, अपनी आंखों का खयाल रखें।
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तुला :
गणेशजी के अनुसार शनि, मंगल एवं राहु की युति आप की राशि में बनेगी, इसलिए तुला जातकों को सलाह है कि वें बहुत सावधानीपूर्ण कार्य करें, खासकर इस समय अवधि के दौरान। इसके अलावा, अगर हो सके तो आप पाठ पूजा करें, जो आप को रास्ते की मुश्किलों से बचा सकता है। जैसे कि ये युति आप की जन्म राशि को बुरी तरह प्रभावित करती है, जिसके कारण आप अधिक चिंतित, अधैर्य एवं तनावपूर्ण हो सकते हैं। इसलिए गणेशजी को लगता है कि सकारात्मक शक्ति गुस्से एवं आक्रोश में परिवर्तित होगी। निजी मामलों की बात की जाए तो आप के अपने परिवार के साथ संबंध बेहतर होंगे, लेकिन पेशेवर जीवन में अधिक ध्यान रखने की ज़रूरत रहेगी।
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वृश्चिक :
इस राशि के घाटें, कानूनी मामलें एवं कर्ज़ को परिभाषित करते घर में शनि, मंगल एवं राहु युति बनाएंगे। इसलिए गणेशजी की आप को सलाह है कि इस समय अवधि में आप किसी भी अदालती गतिविधि में सम्मलित न हों, क्योंकि समय आप के अनुकूल नही है। इस पारगमन के दौरान फालतू खर्च बढ़ने की संभावना है। कर्ज़ लेने से पहले आप लगभग बार दो बार सोचें। अगर कर्ज़ लेना आप के लिए अति ज़रूरी है तो उसको लौटाने का बंदोबस्त एवं प्लान दिमाग में रखें। नौकरी के मोर्चे पर बदलाव की संभावना है।
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धनु:
धनु राशि के लाभ को परिभाषित करते घर में शनि, मंगल व राहु युति बनाएंगे। गणेशजी के अनुसार आप को इस समय के दौरान एक या अन्य मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। आप को लोगों से उम्मीद के अनुसार सहयोग मिलने की संभावना बहुत कम है। आप के दोस्त आप को पीठ दिखा सकते हैं। दिल संबंधी मामलों को बहुत धैर्यता से निपटाएं। आप गणेशजी को दोष मत देना, अगर आप के जल्दबाज़ी वाले फैसलों के कारण आप का प्रेम जीवन प्रभावित हुआ। आप को सलाह है कि इस समय ‘इंतजार करें एवं देखें’ इस नियम का पालन करना चाहिए।
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मकर :
जैसे कि शनि, मंगल एवं राहु आप के पेशे को परिभाषित करते घर में युति बना रहे हैं, आप को पेशे से संबंधित मामलों में अधिक सचेत रहने की ज़रूरत है। गणेशजी की सलाह है कि चुनौतियां चाहे कैसी भी हो, लेकिन आप को शांत रहना चाहिए। इस समय के दौरान आप पेशे संबंधी कुछ मामलों में गलत फैसले ले सकते हैं। आप को लग सकता है कि मुझे पेशे में बदलाव की ज़रूरत है या आप सोच सकते हैं कि मुझे जगह में परिवर्तन करना चाहिए। इस समय आप पूरी तरह से सोच विचार कर किसी ठोस नतीजे पर पहुंचे, फैसला लेने से पहले आप फायदे नुकसान ज़रूर देखें। सरकार से जुड़े मामले पूरी सावधानी के साथ करें। हो सके तो अपनी वाणी पर संयम रखें। बोलने से पहले सोचें, वरना मुश्किल पैदा हो सकती है।
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कुंभ :
शनि, मंगल एवं राहु आप के भाग्य के घर में युति बनाएंगे, जो आप की प्रगति को रुक रुक कर आगे बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार होगा। इस मौके पर आप एक या अन्य कारणों से अपनी प्रगति में गिरावट देखकर दबाव में आ सकते हैं। आप स्थिति को अच्छे तरीके से स्वीकार नहीं करेंगे, जो आप को अधिक तनाव देगा। इस मौके पर आप कुछ जल्दबाज़ी में अस्पष्ट निर्णय ले सकते हैं। गणेशजी कहते हैं कि आप की कोशिशों के बावजूद भी कुछ नही होगा, अंत में आप अपने कदम एवं फैसले पीछे की तरफ खींचेंगे। इसमें संदेह नहीं कि अब आप अपनी विफलता के लिए अपने भाग्य को दोष देंगे। दोस्तो, धैर्य मत खोएं। अगर आप इस समय सही तरह से योजनाओं का आकलन करने में सक्षम होते हैं, तो इस चुनौती भरे समय से पार पा सकते हैं। अगर आप इन दिनों विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो उसको कुछ समय के लिए ठंडे बस्ते में डाल दें। अगर आप के पास विदेश जाने के अलावा दूसरा विकल्प नही है तो आप स्वदेश छोड़ने से पहले गणेशजी को प्रसन्न करने हेतु मोदक हवन एवं संकटनाशन स्तोत्र पूजन करें। इससे आप के रास्ते की मुश्किलें दूर होंगी।
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मीन :
शनि, मंगल एवं राहु आठवें घर में युति बनाएंगे। आप को बस एक चीज़ पर ध्यान केंद्रित रखने की ज़रूरत है- आप अपनी मानसिक शांति बनाए रखें एवं विन्रम बनें। आस पास घटित हो रही चीज़ों को ध्यानपूर्वक एवं शांतिमय ढं से देखें। अगर कुछ असामान्य अचानक आप के सामने आता है, एवं आप दुविधा में स्वयं को महसूस करते हैं तो आप को अपने वरिष्ठ परिवार सदस्यों एवं सलाह विशेषज्ञों की मदद लेनी चाहिए, किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले। सुनिश्चित करें कि आप को वित्तीय नुकसान तो नही उठाना पड़ रहा है। इसके अलावा वाहन सावधानीपूर्ण चलाएं। इस समय अवधि के दौरान यह दो सलाह अपने दिमाग में ज़रूर रखें।
अनुशंसित सेवा : कोई भी सवाल पूछें

अगर आप इस समय के दौरान तुला राशि से पारगमन करते मंगल के बुरे प्रभाव से स्वयं को बचाना चाहते हैं तो गणेश यंत्र एवं मंगल यंत्र की पूरी श्रद्घा के साथ नियमित पूजा करें।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
धर्मेश जोशी
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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