फिलहाल मेष राशि में भ्रमण कर रहे सौरमंडल के सेनापति मंगल 22 फरवरी 2021 को वृषभ राशि में गोचर करने वाले है। मंगल 13 अप्रैल तक वृषभ राशि में रहेंगे। मंगल का वृषभ गोचर 2021 उसके अन्य गोचर से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि वृषभ राशि में पहले से ही राहू मौजूद है। इस प्रकार मंगल और राहु मिलकर वृषभ राशि में अंगारक दोष बनाएंगे। हालांकि अंगारक दोष के उपाय करने से इसके दुष्परिणामों से बचा जा सकता है। आइए जानते है इस अंगारक दोष यानी कि मंगल और राहु की युति 2021 का विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव होगा।
विभिन्न राशियों पर मंगल राहु (अंगारक दोष) की युति प्रभाव
मेष राशि पर मंगल-राहु की युति का प्रभाव
मेष लग्न कुंडली के लिए मंगल और राहु का मिलन कुंडली के दूसरे भाव में होने वाला है। मंगल और राहु आपसी में शत्रुता का भाव रखते हैं, उन्हें एक दूसरे के साथ अधिक अनुकूल नहीं माना जा सकता है। मंगल और राहु के मिलन से अंगारक दोष बनता है। मेष राशि के लोगों को फरवरी के दूसरे सप्ताह से अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक कम्युनिकेशन से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको लोगों के बात समय और ध्यान रखना होगा, खासकर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में अपने सहयोगियों, मित्रों, बाॅस, मालिक और कर्मचारियों से बात करते समय अधिक सहज और सरल रहने का प्रयास करें। मंगल – राहु युति के दौरान आपको जल्दबाजी में किसी तरह के फैसले नहीं लेने चाहिए। इस दौरान आपको या आपके परिवार में किसी को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां हो सकती है। आपको अपनी आंखों या पैरों में दर्द महसूस हो सकता है। प्रेम संबंध के लिहाज से यह समय अच्छा रहने वाला है, आपको अपने परिवार और प्रिय लोगों के साथ किसी यात्रा पर जा सकते हैं। प्राॅपर्टी से संबंधित कामों में अड़चन आ सकती है, छात्रों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। हालांकि अंगारक दोष के उपायों को करके मंगल-राहु के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।
वृषभ राशि में अंगारक दोष, कैसा होगा प्रभाव
वृषभ राशि के लिए मंगल राहु का यह संयोजन बेहद खास होने वाला है, क्योंकि मंगल राहु का यह मिलन वृषभ राशि में ही होने वाला है। मंगल और राहु की युति अंगारक योग का निर्माण करती है, इस दौरान वृषभ राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह है। वृषभ में मंगल राहु अपके लिए अप्रत्याशित यात्राओं के योग बनाएंगे और आपको अंगारक दोष के कारण कुछ अनचाही यात्राएं करनी पड़ सकती है। वृषभ राशि के छात्रों के लिए अच्छी मंगल राहु की जोड़ी अच्छे परिणाम लेकर आएगी, इस दौरान आपको अपनी मेहनत का अच्छा परिणाम मिलने वाला है। वृषभ राशि की महिलाओं के लिए समय अधिक अनुकूल नजर आता है, इस युति के दौरान आपको अपने परिवार के सदस्यों के साथ अधिक समय बिताने का मौका मिलेगा। विवाह की तैयारी कर रहे वृषभ राशि या लग्न के लोगों को युति के दौरान जल्दबाजी में फैसला लेने से बचना चाहिए। नौकरी की चाह रखने वाले लोगों को अप्रैल तक मनचाही नौकरी मिलने की संभावना है, नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए 12 फरवरी से 20 मार्च का समय भी अच्छा रहने वाला है।
मिथुन राशि पर मंगल-राहु की युति का प्रभाव
मिथुन राशि के लोगों के लिए मंगल और राहु की युति कुंडली के बारहवें भाव में बनने वाली है, कुंडली का बारहवां भाव व्यय या मोक्ष स्थान के नाम से जाना जाता है। मिथुन राशि की कुंडली के बारहवें भाव में राहु और मंगल की युति के दौरान आपको अपने लंबित अदालती कामों में सावधानी बरतने की सलाह है। ऋण लेते या देते समय भी सावधानी रखें इस दौरान आपके साथ धोखाधड़ी होने की संभावना अधिक है। मिथुन लग्न की महिलाओं को गुप्त रोगों का सामना करना पड़ सकता है, बुजुर्गों को घुटने से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। इस दौरान अपने स्वास्थ्य के साथ ही अपको वाहन चलाते समय भी सावधान रहने की जरूरत है। व्यापारी और निर्माण क्षेत्र से जुड़े लोगों को धैर्य से काम लेना चाहिए, इस दौरान आपको काम के नये अवसर मिलने की पूरी संभावना है। छात्रों को अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। संघर्षरत अभिनेताओं या स्टंटमैन को इस समय अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
कर्क राशि पर अंगारक दोष का प्रभाव
मंगल राहु की युति कर्क लग्न राशि के ग्यारहवें भाव में बन रही हैं, कुंडली का ग्यारहवां भाव लाभ के नाम से जाना जाता है। लाभ स्थान पर मंगल और राहु का मिलन आपके स्वास्थ्य के लिहाज से काफी अच्छा रहने वाला है। इस दौरान लंबे समय से बीमार लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना है। मंगल राहु की युति के दौरान आपका पारिवारिक माहौल काफी अच्छा रहने वाला है और कोई नयी संपत्ति या घर खरीद सकते हैं। इस दौरान व्यापारी और वाणिज्यिक सेवाओं से जुड़े लोग अच्छा लाभ काम सकते हैं। हालांकि इस दौरान शेयर मार्केट से जुडे कार्यों में सावधानी बरतने की सलाह है और आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी। कर्क लग्न के छात्रों के लिए समय अनुकूल है, प्रेम संबंधों में भी लाभ होगा आपको प्रपोजल स्वीकार हो सकता है। घर और प्रिय लोगों के साथ अच्छा समय बिताएंगे।
सिंह राशि पर मंगल – राहु की युति का प्रभाव
सिंह राशि के लिए मंगल और राहु कही युति कुंडली के दसवें भाव में बन रही है। कुंडली का दसवां भाव केंद्र का हिस्सा होकर आपके कर्म और पिता से संबंध रखता है। मंगल राहु की युति के दौरान सिंह राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अपने आहार में पौष्टिक और हेल्दी चीजें शामिल करें और मसालेदार भोजन से बचें। अपनी पुश्तैनी संपत्ति से जुड़े कार्यों को टालने का प्रयास करें यहां आपको नुकसान हो सकता है। विदेश में <शिक्षा प्राप्त करने की सपना देख रहे छात्रों के लिए समय अनुकूल है। नयी संपत्ति या घर करने के लिए भी समय अच्छा है, लेकिन ऐसा करते समय सतर्कता और सावधानी बरतें। सिविल सेवाओं से जुड़े लोगों को अपने अधिकारियों के साथ किसी बहस में नहीं पड़ने की सलाह है। मंगल – राहु की युति के दौरान आपको जीवन में कई तरह के अप्रत्याशित बदलावों के लिए तैयार रहना चाहिए।
कन्या राशि पर अंगारक दोष का प्रभाव
कन्या लग्न के लिए मंगल राहु की युति कुंडली के नवें भाव में बनने वाली है, कुंडली का नवां भाव भाग्य का सूचक है। कन्या राशि को स्वास्थ्य में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, आप स्वास्थ्य को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं। हालांकि आपके व्यवहार में कुछ बदलाव हो सकते हैं, इन परिवर्तनों पर ध्यान दे और उसके अनुसार काम करने का प्रयास करें। गुस्से और आवेग में कोई भी निर्णय लेने से पहले सोचें। पार्टनरशिप में काम कर रहे कन्या लग्न के लोगों को अपने पार्टनर के साथ संबंधों पर फोकस करना चाहिए। बुजुर्गों को लंबी यात्राओं से बचना चाहिए। अपने प्रेम संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए समय अनुकूल है। लेकिन फिर भी आपको अपने साथी के विचारों का सम्मान करने की जरूरत है।
तुला राशि पर मंगल – राहु की युति का प्रभाव
तुला लग्न कुंडली के लिए मंगल-राहु का मिलन कुंडली के आठवें भाव में होने वाला है। कुंडली का आठवां भाव आयुष्य या मृत्यु भाव के नाम से जाना जाता है। तुला राशि वालों के लिय यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस दौरान जो लोग आपके जीवन में आएंगे, वे आपके लिए अशुभ साबित हो सकते हैं, साथ ही आपको कुछ वित्तीय समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य की बात करें तो हड्डियों और सांस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। छात्रों के लिए समय अच्छा है, क्योंकि वे अब अपने कॅरियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने के करीब हैं। तुला लग्न के किशोर युवक युवती इस दौरान कुछ दोस्तों से दूर हो सकते हैं।
वृश्चिक राशि पर मंगल – राहु की युति का प्रभाव
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए मंगल राहु की युति कुंडली के सातवें भाव में बनने वाली है। कुंडली का सातवां भाव आपके विवाह सहित सभी साझेदारियों से संबंध रखता है। वृश्चिक लग्न के अधेड़ और उम्रदराज लोगों को स्वास्थ्य पर उचित ध्यान देने की आवश्यकता है। गर्दन की सर्जरी या स्त्रीरोग संबंधी समस्याएं होने की संभावना है। नया व्यवसाय या किसी नयी योजना पर काम शुरू करने के लिए समय अनुकूल है। मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए आप आध्यात्म के मार्ग पर जा सकते हैं। मंगल और राहु की युति का दौर पेशेवरों और नौकरी करने वाले लोगों के लिए काफी बैलेंस्ड रहने वाला है। इस दौरान अपनी नौकरी बदलने की कोशिश ना करें। आप अपने काम में उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते हैं लेकिन इसके साथ धैर्य से निपटने की कोशिश करें, क्योंकि यह एक सीमित समय के लिए है। यह उन लोगों के लिए भी अच्छा समय है, जो प्रेम संबंध में हैं।
धनु राशि पर अंगारक दोष का प्रभाव
धनु लग्न के लोगों के लिए मंगल राहु की युति कुंडली के छठे भाव में बनने वाली है और कुंडली का छठा भाव शत्रु स्थान के नाम से जाना जाता है। मंगल राहु की युति धनु लग्न के लोगों के स्वास्थ्य में सुधार की संभावनाओं को दर्शाती है। इस समय के दौरान आप अपने छिपे हुए दुश्मनों पर जीत हासिल कर सकते हैं और कुछ अप्रत्याशित लाभ भी अर्जित कर सकते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। व्यावसायिक यात्राएँ भी सफल परिणाम दे सकती हैं। धनु राशि के बच्चों को कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपनी शिक्षा पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करना चाहिए, और उनके माता-पिता को इस दौरान उनकी देखभाल करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, बड़ों के लिए यह अच्छा समय है क्योंकि वे अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए कुछ बड़े निर्णय ले सकते हैं। प्रेमियों के लिए भी समय अनुकूल है। अंगारक दोष के उपाय करने से इसके दुष्परिणामों से बचा जा सकता है।
मकर राशि पर मंगल-राहु की युति का प्रभाव
मकर राशि के लोगों के लिए मंगल-राहु की युति कुंडली के पांचवें भाव में एक्टिव होगी। कुंडली का पांचवां भाव विद्या और संतान से संबंध रखता है। मकर राशि के लोगों के लिए समय थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है, उनके जीवन की बाधाएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि जल्दबाजी में निर्णय न लें और निर्णय लेने से पहले गहन विचार करें। एक नया व्यवसाय शुरू करने या इस चरण के दौरान अपनी नौकरी बदलने से बचना चाहिए, क्योंकि सफलता की संभावना बहुत कम है। अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें, और उचित देखभाल करें। आप इस चरण के दौरान नए दोस्त बना सकते हैं, और वे वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकते हैं। छात्रों के लिए अच्छा समय है, इसलिए इसका अधिकतम लाभ उठाएं। मेडिकल या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में छात्रों के लिए समय अच्छा है, क्योंकि आपको अपने उच्च अध्ययन के लिए विदेश यात्रा का अवसर मिल सकता है।
कुंभ राशि पर मंगल-राहु की युति का प्रभाव
कुंभ राशि लग्न के लोगों के लिए मंगल राहु की युति कुंडली के चौथे भाव में बनने वाली है, इस भाव का संबंध आपके सुखों और माता से होता है। मंगल और राहु की यह युति आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहने वाली है। नया घर या वाहन खरीदने के लिए समय अनुकूल है। छात्रों के लिए और प्रेम संबंधों के लिए भी समय अच्छा है। कुंभ राशि के उन लोगों के लिए भी समय अनुकूल है, जो विज्ञापनों के क्षेत्र या किसी कारखाने में काम कर रहे हैं। कुंभ राशि के व्यक्ति अधिक आध्यात्मिक बनेंगे और अधिक से अधिक धार्मिक गतिविधियों शामिल होंगे। आप स्वयं को सामाजिक गतिविधियों में भी व्यस्त पा सकते हैं। वित्तीय समस्याएं दूर हो सकती है।
मीन राशि पर मंगल – राहु की यति का प्रभाव
मीन लग्न कुंडली के लिए मंगल राहु की युति कुंडली के तीसरे भाव में बनने वाली है। कुंडली का तीसरा भाव पराक्रम या शौर्य से संबंधित है। मंगल और राहु की युति का समय मीन राशि के लोगों के स्वास्थ्य और वित्त के लिए काफी अच्छा हो सकता है। यह दौर उन मीन जातकों के लिए भी काफी बेहतर रहने वाला है जो कुछ नया करने की कोशिश करना चाहते हैं। मंगल राहु की युति के दौरान आपको नृत्य, पेंटिंग, गायन, बागवानी, मिट्टी के बर्तनों, आदि चीजे सीखने की इच्छा हो सकती है। छात्रों के लिए समय काफी अच्छा हो सकता है, सही दिशा में मेहनत करते आपको सरकारी नौकरी का सपना पूरा कर सकती है। अभिनय और बैंकिंग के क्षेत्रों से जुड़े लोग के लिए भी समय काफी अनुकूल और लाभकारी रहने वाला है। प्रेम संबंध के लिहाज से यह समय अच्छा रहेगा आप अपने पार्टनर के साथ कैंडललाइट डिनर, गपशप कॉफी डेट और लॉन्ग ड्राइव का प्लान बना सकते हैं।
ऐसे बचें अंगारक दोष से/अंगारक योग के उपाय
– मंगलवार के दिन उपवास करें और मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप करने से अंगारक योग का प्रभाव कम होता है।
– हनुमान जी की पूजा करने और उनकी आराधना करने से भी अंगारक दोष के प्रभाव मुक्ति मिलती है।
– मंगल और राहु से संबंधित चीजें दान करने से भी अंगारक दोष का निवारण होता है।
– गन्ने के रस से शिवलिंग का रूद्राभिषेक करें।
– काले कुत्ते को गुड़ या शक्कर से बनी मीठी रोटी खलाएं।
– किसी चांदी की वस्तु का दान करें।
– राहु के लिए दो रंग का कंबल और मंगल के लिए लाल चीजों का दान करें।
अपनी व्यक्तिगत राशि के बारे में अधिक जानने के लिए हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी से बात करें।
श्री गणेशजी के आशीर्वाद के साथ
गणेशास्पीक्स डॉट कॉम