क्या आप या आपका कोई प्रिय किसी एक जगह पर टिककर नहीं रहता? क्या आपके या आपके किसी दोस्त को बहुत घूमना पसंद है? क्या आप या आपका कोई दोस्त बार-बार अपने विचार बदलता है। तो ऐसे गुण वायु तत्व के कारण हो सकते हैं। राशिचक्र की सभी 12 राशियां पृथ्वी, अग्नि, वायु और जल तत्व का प्रतिनिधित्व करती है। सभी तत्वों के लिए तीन राशि निर्धारित की गई है। इन्हीं तत्वों के आधार पर हमारा व्यवहार तय होता है। आज बात करते हैं वायु तत्व की राशि की। वायु तत्व का होने के कारण क्या है आपकी विशेषता, कौन-सी कमजोरी आपको आगे बढ़ने से रोकती है।
वायु तत्व की राशियां – मिथुन, तुला और कुंभ
राशिचक्र की 12 राशियों में वायु तत्व की राशियां मिथुन, तुला और कुंभ है। इन तीनों राशियों के स्वामी, बुध, शुक्र और शनि हैं। वैदिक ज्योतिष में बुध, शुक्र और शनि का संबंध बहुत अच्छा माना गया है। जाहिर है यदि आप मिथुन, तुला और कुंभ राशि के हैं, तो आपके लिए अच्छे दोस्त मिथुन, तुला और कुंभ राशि के हो सकते हैं। हालांकि तीनों राशियों के लोगों में स्वभावगत थोड़ा अंतर जरूर होता है। जैसे मिथुन राशि के लोग द्विस्वभाव के होते हैं। तुला राशि के लोग चर होते हैं यानी उन्हें चलना-फिरना यानी घूमना ज्यादा पसंद होता है। वहीं कुंभ राशि के लोग कुछ स्थिर प्रवृत्ति के होते हैं। हालांकि वायु तत्व होने के कारण तीनों के कुछ गुण समान होते हैं। आइए चर्चा करते हैं वायु तत्व के और गुणों की।
वायु तत्व की राशियां -बातचीत में माहिर
वायु तत्व से जुड़े लोग बातचीत में बेहद माहिर होते हैं। सभी 12 राशियों में मिथुन को ग्रेट कम्युनिकेटर कहा गया है। वायु तत्व से जुड़े मिथुन राशि के लोग हर सब्जेक्ट की बातचीत करना पसंद करते हैं। वे यदि किसी ग्रुप डिस्कशन में पार्टिसिपेट करते हैं, तो उस विषय की तैयारी करके जाते हैं। हालांकि यदि उनकी तैयारी नहीं हो, तो ग्रुप डिस्कशन का टॉपिक बदलने की भी क्षमता रखते हैं। तुला राशि के लोग भी वायु तत्व का होने के कारण बातचीत करना पसंद करते हैं। हालांकि वे बातचीत में बहुत संयमता बरतते हैं और हमेशा बातचीत को बैलेंस करके चलते हैं। कुंभ राशि की बात करें, तो वायु तत्व का होने के कारण उन्हें भी बातचीत करना पसंद होता है। अक्सर लोग उनके साथ अपने अपने सीक्रेट्स शेयर करना चाहते हैं। वे कभी किसी के सीक्रेट्स किसी और के साथ शेयर नहीं करते हैं।
वायु तत्व की राशियां- प्रश्न पूछने में उस्ताद
वायु तत्व से जुड़ी राशियां मिथुन, तुला और कुंभ के लोग बेहद जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं। वे हर बात का उत्तर तलाशना चाहते हैं। कई बार वे खुद से सवाल पूछते हैं और जब तक उसका उत्तर नहीं मिलता है, वे बेचैन रहते हैं। मिथुन राशि के लोगों के पास गजब की कल्पना शक्ति होती है और उसी के कारण उनके मन में नए-नए प्रश्न आते हैं। वहीं तुला राशि के लोग भी समाधान नहीं मिलने तक प्रश्न पूछते रहते हैं। कुंभ राशि के लोग अपने प्रश्नों के जवाब खुद ही तलाशने की कोशिश करते हैं। कई बार ये लोग बहुत दार्शनिक चीजें भी सोचने लग जाते हैं।
वायु तत्व की राशियां- समझने में आसान नहीं
वायु तत्व से जुड़े लोगों को समझना बहुत मुश्किल होता है। हालांकि वे अपने मन में किसी बात को लेकर एक ओपिनियन रखते हैं, लेकिन कई बार वे अपनी बातों से लोगों को इतना अधिक कनफ्यूज कर देते हैं कि कोई भी उन्हें आसानी से समझ नहीं पाता है। मिथुन, तुला और कुंभ राशि के लोगों को समझना उनकी इसी आदत के कारण आसान नहीं हो पाता है।
वायु तत्व की राशियां- नियंत्रण में नहीं रहते और एडवेंचर करते हैं पसंद
वायु तत्व की तीनों राशियां मिथुन, तुला और कुंभ के लोगों को नियंत्रण में रखना आसान नहीं होता है। वे एक जगह टिककर नहीं रह सकते हैं। ना ही किसी का ज्यादा अधिकार बर्दाश्त कर पाते हैं। कोई उन्हें नियंत्रण में रखना चाहता हैं, तो बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं। कई बार उनके मुंह से ऐसी बात भी निकल जाती है, जिससे रिश्ता टुटने का डर बना रहता है। वायु तत्व से जुड़े तीनों राशियों के लोग एडवेंचर को बहुत पसंद करते हैं। इस मामले में वे अग्नि तत्व से जुड़ी राशियों का अच्छे से साथ देते हैं। एडवेंचर ट्रिप पर जाने के लिए यदि आप वायु तत्व से जुड़े लोगों को अप्रोच करते हैं, तो वे कभी इसके लिए मना नहीं करेंगे।
वायु तत्व की राशियां- नकारात्मक गुण
वायु तत्व की राशियों के लोग मिथुन, तुला और कुंभ में कई नकारात्मक गुण होते हैं। कई बार वे अपनी बातों पर इतना अड़ियल रूख अपनाते हैं कि दूसरे इस बात से बेहद नाराज हो जाते हैं। वे नए दोस्त बनाने में माहिर होते हैं और जब भी वे किसी को नया दोस्त बनाते हैं, तो उसे इंप्रेस करने के लिए पुराने रिश्तों को दांव पर लगा देते हैं। वे बिना मांगे सलाह देने में माहिर होते हैं। एक जगह टिककर नहीं रहने की उनकी आदत कई बार उनके फाइनेंशियल ग्रोथ के लिए अच्छी नहीं होती है और ना ही उन्हें किसी कंपनी में कोई लंबा प्रोजेक्ट हैंडल करने के लिए दिया जाता है। ये लोग हाइपर एक्टिव होते हैं और कई बार इमप्रैक्टिकल अप्रोच रखते हैं। वे निर्णय लेने में बहुत असहज रहते हैं और उनकी यह प्रवृत्ति दूसरों को भी कन्यफ्यूज करती है।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम