शुक्र का कुंभ गोचर 2020, कन्या राशि के लिए खड़ी करेगा मुश्किलें, जानिए प्रभाव और समाधान
कुंडली में शुक्र अपने स्वभाव के अनुसार प्रेम व वैवाहिक जीवन के नैसर्गिक सुख प्रदान करते है। जिसका असर व्यक्ति के निजी जीवन में देखने को मिलता है। मौजूदा परिस्थिति में शुक्र मकर से कुंभ में गोचर करने वाले है। कुंभ में शुक्र का गोचर 2020 राशि चक्र की तमाम राशियों को प्रभावित करने वाला है। कुछ राशियों पर इसका सकारात्मक तो कुछ पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे, वहीं कुछ राशियों पर शुक्र के कुंभ गोचर 2020 का मिलाजुला प्रभाव देखने को मिलेगा। हमने कुंडली में शुक्र की स्थिति के अनुसार प्रत्येक राशि पर इसके प्रभाव की गणना कर उनके अनुसार समाधान सुझाने की कोशिश की है।
शुक्र का कुंभ गोचर 2020 का चंद्र राशि कन्या कुंडली जातकों के जीवन पर अधिक नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान शुक्र कुंडली के पांचवें से छठे भाव में गोचर करेगा और वह दूसरे और नौवें भाव का स्वामी है। कुंडली के छठे भाव को शत्रु भाव के नाम भी जाना जाता है, इसका संबंध रोग की अवधि, दैनिक कार्यों और शत्रु से होता है। शुक्र गोचर 2020 के नकारात्मक प्रभावों के कारण कन्या राशि जातकों को अपने करियर, व्यापार, आर्थिक, प्रेम व वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्र का कुंभ गोचर, करियर पर प्रभाव
शुक्र का कुंभ गोचर 2020 कन्या राशि जातकों के करियर के लिहाज से बेहद नकारात्मक रहने वाला है। इस दौरान नौकरी या पेशेवर जीवन में सहकर्मियों के साथ वाद-विवाद या तीखी बहस होने की संभावना है। शुक्र का गोचर 2020, कन्या राशि कुंडली के छठे भाव में हो रहा है, और इस भाव के स्वामी शनि है। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के छठे भाव को शत्रु भाव के नाम से जाना जाता है। शत्रु भाव कुंडली में शत्रु, रोग की अवधि, दैनिक कार्य, बीमारी और कर्ज जैसे पहलुओं को दर्शाता है। शुक्र का कुंडली के छठे भाव में गोचर करियर के दृष्टिकोण से बेहद कठिन और मुश्किलों भरा हो सकता है। इस दौरान आपको अपने सामने आने वाली चुनौतियों का धैर्य और मजबूती के साथ सामना करना होगा। अपने कार्य स्थल पर खुद को शांत रखने की कोशिश करें और किसी साथी कर्मचारी के साथ विवाद में पड़ने से बचें। इस दौरान सोच-विचार कर अपने निर्धारित लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहने से आप खुद को सफलता के अधिक नजदीक पाएंगे।
शुक्र का कुंभ गोचर, व्यापार-व्यवसाय पर प्रभाव
शुक के कुंभ गोचर 2020 के दौरान कुंडली के छठे भाव के स्वामी शनि अधिकांश समय कुंडली के चौथे भाव में भ्रमण करेंगे। इस दौरान वे अपने स्थान से कुंडली के छठे, दसवे और पहले भाव पर दृष्टि डालेंगे। पहला भाव आपके शरीर वहीं छठे भाव शत्रु और दसवां भाव आपके व्यापार-व्यवसाय से संबंध रखता है। कुंभ में शुक्र गोचर 2020 के दौरान कन्या राशि धारक व्यापारियों को कडे़ प्रयासों के बाद ही लाभ मिलेगा। इस दौरान व्यापार वृद्धि में बेहद पेरशानियों का सामना करना पड़ सकता हैै। इस दौरान नए व्यापार-व्यवसायों को भी कठिनाईयां झेलनी पड़ेगी और जरूरी कदम उठाने के बाद ही कुछ सकारात्मक परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। इस दौरान धैर्य बनाए रखें और कुछ नए प्रयासों के माध्यम से ग्रहकों तक पहुंचने की कोशिश करें।
शुक्र का कुंभ गोचर, आर्थिक स्थिति पर प्रभाव
शुक्र गोचर 2020, कुंडली के छठे स्थान पर घट रहा है, इस दौरान कन्या राशि के करियर और व्यापार पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों का असर जातक की आर्थिक स्थिति पर दिखाई देगा। इस दौरान आपको बचत पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अन्य खर्चों पर काबू करने की कोशिश करनी चाहिए। इस दौरान कुछ मौकों पर आप बिना किसी वजह बड़े खर्चे होते देखेंगे। शुक्र का गोचर यात्रा की संभावनाओं की ओर भी इशारा करता है। इस दौरान किसी भी तरह के आर्थिक निर्णय लेने से बचे और बेहद जरूरी हो तो सभी पहलुओं पर उचित विचार विमर्श के बाद ही अंतिम निर्णय करें।
शुक्र का कुंभ गोचर, प्रेम और वैवाहिक संबंध
प्रेम और वैवाहिक संबंधों के नैसर्गिक सुखदाता शुक्र का गोचर कन्या जन्म कुंडली के पांचवें भाव से छठे भाव में हो रहा है। कुंडली का छठा भाव शत्रु भाव होकर कालपुरूष की पीड़ा का पर्याय है। इस भाव में शुक्र का उदय कन्या जन्म कुंडली के प्रेम और वैवाहिक संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। इस दौरान प्रेम के मधुर संबंधों से जीवन को एक सुखद मोड़ देने की कोशिश कर रहे जाताकों के अपने प्रेम साथी के साथ संबंधों में कुछ खटास आ सकती है। इस दौरान पे्रमी जातकों के प्रेम संबंधों को कई मुद्दे प्रभावित करेंगे। इस दौरान आपका प्रेम साथी आपको भावनात्मक आघात देने का काम भी कर सकता है।
ठीक इसी प्रकार दांपत्य जीवन का आनंद लेने का प्रयास कर रहे कन्या जातकों को भी इस दौरान अपने जीवन साथी के साथ रिश्तों को बेहतर बनाए रखने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान आपका वैवाहिक जीवन मुश्किलों और तनाव से गुजरने वाला है। आपको अपने जीवन साथी से भी पूरा समर्थन नहीं मिलेगा, और आप इस बात को लेकर भावनात्मक तौर पर अधिक दुखी होंगे। इस समयावधि में छोटी-छोटी बातों पर विवाद करने से बचें, अपने जीवन साथी को अपनी स्थिति से अवगत करवाएं और उनके साथ अधिक समय बिताने की कोशिश करें।
शुक्र का कुंभ गोचर, शिक्षा पर प्रभाव
शुक्र का कुंभ गोचर 2020 शिक्षा के दृष्टिकोण से औसत प्रभाव डालने वाला है। इस दौरान आपको अपनी अधिक मेहनत से अपने निर्धारित लक्ष्य को हासिल करना होगा। लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े छात्रों को इस दौरान कुछ अच्छे मौके मिलने की संभावना है। हालांकि इसके लिए भी आपको अपने व्यक्तित्व को अधिक निखारते हुए, अपनी क्षमताओं में इजाफा करना होगा। खुद में कुछ नई क्षमताओं के विकास के साथ ही आप जीवन में मिलने वाले उन अवसरों के लिए खुद को अधिक तैयार पाएंगे और आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे।
शुक्र का कुंभ गोचर, स्वास्थ्य पर प्रभाव
कुंभ में शुक्र गोचर 2020 का स्वास्थ्य पर बेहद विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा। इस दौरान आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहते हुए, अपनी योजनाओं पर आगे बढ़ना चाहिए। इस दौरान आप अपनी व्यस्त दिनचर्या के कारण अपने दिन प्रति दिन के काम पूरे करने का समय नहीं निकाल पाएंगे। लेकिन आपको शुक्र के कुंभ गोचर के दौरान अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहते हुए, अपने खाने, सोने और मानसिक आराम का ध्यान रखना होगा। इस दौरान थोड़ी सी असावधानी आपको लंबा नुकसान पहुंचा सकती है। इस दौरान बरती गई असावधानी से आप अपने निर्धारित कार्यक्रमों को समय पर पूरा नहीं कर पाएंगे, इससे आपके करियर, व्यापार, शिक्षा और आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। विशेष सलाह है कि, इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए, खाने और सोने का समय निश्चित करें और भोजन में पौष्टिक आहार को प्रमुखता दें।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम