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कर्णवेध के लिए शुभ मुहूर्त 2025

कर्णवेध मुहूर्त 2025

हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से 9वां संस्कार है कर्णवेध संस्कार।विद्यानों का कहना है कि बालक के जीवन के सातवें या आठवें महीने में उसके कानों का छेदन करना चाहिए। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि कर्णछेदन से बच्चा स्वस्थ रहेगा। भारतीय संस्कृति में कर्णछेदन या कर्णवेध भी एक अनुष्ठान के तौर पर मनाया जाता है। इसके लिए शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है और उस शुभ मुहूर्त में कर्णवेधन संस्कार करना शुभ माना जाता है। कर्णवेधन के कई वैज्ञानिक और स्वास्थ्य से जुड़ी मान्यताएं भी हैं। पहला तो कर्णवेधन कर उसमें आभूषण धारण किया जाता है। दूसरा यह माना जाता है कि कर्णवेधन से कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी राहत मिलती है। कर्णवेधन से सुनने की क्षमता में वृद्धि भी होती है। 

यहां हम आपके लिए साल 2025 में कर्णवेधन के शुभ मुहूर्तों को संकलित कर लाए हैं। आइए जानते हैं।

जनवरी, 2025

दिनांकसमय
2/1/202507:47 ए.एम. से 10:10 ए.एम.
2/1/202511:49 ए.एम. से 04:42 पी.एम.
8/1/202504:18 पी.एम. से 06:30 पी.एम.
11/1/202502:16 पी.एम. से 04:00 पी.एम.
15/01/202507:46 ए.एम. से 12:20 पी.एम.
20/01/202507:45 ए.एम. से 09:03 ए.एम.
30/01/202507:47 ए.एम. से 08:28 ए.एम.
30/01/202509:56 ए.एम. से 02:52 पी.एम.
30/01/202505:06 पी.एम. से 07:00 पी.एम.

ग्रहों के आधार पर जानें आपके जीवन में क्या है खास। पढ़ें – दैनिक राशिफल..

फरवरी, 2025

दिनांकसमय
8/2/202507:37 ए.एम. से 09:20 ए.एम.
10/2/202507:39 ए.एम. से 09:13 ए.एम.
10/2/202510:38 ए.एम. से 06:30 पी.एम.
17/02/202508:49 ए.एम. से 01:40 पी.एम.
17/02/202503:55 पी.एम. से 06:10 पी.एम.
20/02/202503:45 पी.एम. से 06:04 पी.एम.
21/02/202507:28 ए.एम. से 09:54 ए.एम.
21/02/202511:29 ए.एम. से 01:20 पी.एम.
26/02/202508:12 ए.एम. से 01:00 पी.एम.

मार्च, 2025

दिनांकसमय
2/3/202510:54 ए.एम. से 05:20 पी.एम.
15/03/202510:03 ए.एम. से 11:59 ए.एम.
15/03/202502:13 पी.एम. से 06:50 पी.एम.
16/03/202507:05 ए.एम. से 11:55 ए.एम.
16/03/202502:09 पी.एम. से 06:44 पी.एम.
20/03/202506:56 ए.एम. से 08:08 ए.एम.
20/03/202509:45 ए.एम. से 04:10 पी.एम.
26/03/202507:45 ए.एम. से 11:15 ए.एम.
26/03/202501:30 पी.एम. से 06:00 पी.एम.
30/03/202509:04 ए.एम. से 03:30 पी.एम.
31/03/202507:25 ए.एम. से 09:00 ए.एम.
31/03/202510:59 ए.एम. से 03:30 पी.एम.

अप्रैल, 2025

दिनांकसमय
3/4/202507:35 ए.एम. से 10:40 ए.एम.
3/4/202512:58 पी.एम. से 06:25 पी.एम.
5/4/202508:40 ए.एम. से 12:51 पी.एम.
5/4/202503:11 पी.एम. से 07:40 पी.एम.
13/04/202507:02 ए.एम. से 12:19 पी.एम.
13/04/202502:44 पी.एम. से 07:10 पी.एम.
21/04/202502:08 पी.एम. से 06:42 पी.एम.
26/04/202507:18 ए.एम. से 09:10 ए.एम.

क्या आप अपनी राशि की अच्छाइयों और बुराइयों के बारे में सोच रहे हैं? अपनी राशियों के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ पढ़ें।

मई, 2025

दिनांकसमय
1/5/202501:29 पी.एम. से 03:40 पी.एम.
2/5/202503:44 पी.एम. से 08:10 पी.एम.
3/5/202507:06 ए.एम. से 01:21 पी.एम.
3/5/202503:38 पी.एम. से 07:59 पी.एम.
4/5/202506:47 ए.एम. से 08:40 ए.एम.
9/5/202506:27 ए.एम. से 08:22 ए.एम.
9/5/202510:37 ए.एम. से 05:30 पी.एम.
10/5/202506:25 ए.एम. से 08:18 ए.एम.
10/5/202510:38 ए.एम. से 07:40 पी.एम.
14/05/202507:03 ए.एम. से 12:38 पी.एम.
23/05/202504:36 पी.एम. से 06:50 पी.एम.
24/05/202507:23 ए.एम. से 11:58 ए.एम.
24/05/202502:16 पी.एम. से 06:50 पी.एम.
25/05/202507:19 ए.एम. से 11:54 ए.एम.
28/05/202509:24 ए.एम. से 06:30 पी.एम.
31/05/202506:58 ए.एम. से 11:31 ए.एम.
31/05/202501:48 पी.एम. से 06:20 पी.एम.

जून, 2025

दिनांकसमय
5/6/202508:56 ए.एम. से 03:40 पी.एम.
6/6/202508:47 ए.एम. से 03:40 पी.एम.
7/6/202506:28 ए.एम. से 08:40 ए.एम.
15/06/202505:25 पी.एम. से 07:40 पी.एम.
16/06/202508:08 ए.एम. से 05:20 पी.एम.
20/06/202512:29 पी.एम. से 07:20 पी.एम.
21/06/202510:08 ए.एम. से 12:26 ए.एम.
21/06/202502:45 पी.एम. से 06:20 पी.एम.
26/06/202509:49 ए.एम. से 04:40 पी.एम.
27/06/202507:24 ए.एम. से 09:45 ए.एम.
27/06/202512:02 पी.एम. से 06:50 पी.एम.

जुलाई, 2025

दिनांकसमय
2/7/202511:42 ए.एम. से 01:50 पी.एम.
3/7/202507:01 ए.एम. से 01:50 पी.एम.
7/7/202506:45 ए.एम. से 09:05 ए.एम.
7/7/202511:26 ए.एम. से 06:10 पी.एम.
12/7/202507:06 ए.एम. से 01:19 पी.एम.
12/7/202503:39 पी.एम. से 08:00 पी.एम.
13/07/202507:22 ए.एम. से 01:10 पी.एम.
17/07/202510:43 ए.एम. से 05:30 पी.एम.
18/07/202507:17 ए.एम. से 10:39 ए.एम.
18/07/202512:56 पी.एम. से 05:30 पी.एम.
25/07/202506:09 ए.एम. से 07:55 ए.एम.
25/07/202510:12 ए.एम. से 05:00 पी.एम.
30/07/202507:38 ए.एम. से 12:09 पी.एम.
30/07/202502:28 पी.एम. से 06:50 पी.एम.
31/07/202507:31 ए.एम. से 02:24 पी.एम.
31/07/202504:48 पी.एम. से 06:40 पी.एम.

अगस्त, 2025

दिनांकसमय
3/8/202511:56 ए.एम. से 04:30 पी.एम.
4/8/202509:33 ए.एम. से 11:45 ए.एम.
9/8/202506:56 ए.एम. से 11:29 ए.एम.
9/8/202501:49 पी.एम. से 06:10 पी.एम.
10/8/202506:55 ए.एम. से 01:45 पी.एम.
13/08/202511:13 ए.एम. से 03:52 पी.एम.
13/08/202505:56 पी.एम. से 07:30 पी.एम.
14/08/202508:58 ए.एम. से 05:52 पी.एम.
20/08/202506:24 ए.एम. से 01:05 पी.एम.
20/08/202503:24 पी.एम. से 06:40 पी.एम.
21/08/202508:27 ए.एम. से 03:20 पी.एम.
27/08/202505:00 पी.एम. से 06:43 पी.एम.
28/08/202506:29 ए.एम. से 10:10 ए.एम.
30/08/202504:49 पी.एम. से 06:30 पी.एम.
31/08/202504:49 पी.एम. से 06:27 पी.एम.

सितंबर, 2025

दिनांकसमय
5/9/202507:27 ए.एम. से 09:43 ए.एम.
5/9/202512:03 पी.एम. से 06:00 पी.एम.
22/09/202501:14 पी.एम. से 05:00 पी.एम.
24/09/202506:41 ए.एम. से 10:48 ए.एम.
24/09/202501:09 ए.एम. सेo 04:53 पी.एम.
27/09/202507:36 ए.एम. से 12:55 पी.एम.
27/09/202502:59 पी.एम. से 06:00 पी.एम.

अक्टूबर, 2025

दिनांकसमय
2/10/202510:16 ए.एम. से 04:21 पी.एम.
2/10/202505:49 पी.एम. से 07:10 पी.एम.
4/10/202506:47 ए.एम. से 10:00 ए.एम.
8/10/202507:30 ए.एम. से 02:15 पी.एम.
8/10/202503:58 पी.एम. से 06:50 पी.एम.
11/10/202505:13 पी.एम. से 06:30 पी.एम.
12/10/202507:18 ए.एम. से 09:37 ए.एम.
12/10/202511:59 ए.एम. से 03:40 पी.एम.
13/10/202501:56 पी.एम. से 05:00 पी.एम.
24/10/202507:10 ए.एम. से 11:08 ए.एम.
24/10/202501:12 ए.एम. से 05:45 पी.एम.
30/10/202508:29 ए.एम. से 10:40 ए.एम.
31/10/202510:41 ए.एम. से 03:55 पी.एम.
31/10/202505:20 पी.एम. से 06:50 पी.एम.

नवंबर, 2025

दिनांकसमय
3/11/202503:43 पी.एम. से 05:00 पी.एम.
10/11/202510:06 ए.एम. से 04:40 पी.एम.
16/11/202507:19 ए.एम. से 01:24 पी.एम.
16/11/202502:52 पी.एम. से 07:45 पी.एम.
17/11/202507:16 ए.एम. से 01:20 पी.एम.
17/11/202502:48 पी.एम. से 06:20 पी.एम.
20/11/202501:09 पी.एम. से 04:01 पी.एम.
20/11/202505:36 पी.एम. से 07:30 पी.एम.
21/11/202507:20 ए.एम. से 09:18 ए.एम.
21/11/202511:22 ए.एम. से 02:30 पी.एम.
26/11/202507:24 ए.एम. से 12:45 पी.एम.
26/11/202502:12 पी.एम. से 07:00 पी.एम.
27/11/202507:24 ए.एम. से 12:40 पी.एम.
27/11/202502:08 पी.एम. से 07:04 पी.एम.

दिसंबर, 2025

दिनांकसमय
1/12/202507:28 ए.एम. से 08:30 ए.एम.
5/12/202501:39 पी.एम. से 06:30 पी.एम.
6/12/202508:19 ए.एम. से 10:20 ए.एम.
7/12/202508:19 ए.एम. से 10:10 ए.एम.
15/12/202507:44 ए.एम. से 12:50 पी.एम.
17/12/202505:49 पी.एम. से 08:00 पी.एम.
24/12/202501:47 पी.एम. से 05:16 पी.एम.
25/12/202507:45 ए.एम. से 09:09 ए.एम.
28/12/202510:39 ए.एम. से 01:32 पी.एम.
29/12/202512:03 पी.एम. से 03:03 पी.एम.
29/12/202504:58 पी.एम. से 07:13 पी.एम.

हिंदू धर्म में 16 संस्कार मनाए जाते हैं, जिनमें से सभी अपने अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जैसा कि पहले कहा गया है, कर्णवेध संस्कार उनमें से एक है।

  • कर्णवेध मुहूर्त 2025 में कान छिदवाने की रस्म बच्चे के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
  • इसके अलावा, इस अनुष्ठान के बाद, बच्चा कान से जुड़ी कई समस्याओं, बहरेपन या मानसिक बीमारियों से मुक्त हो सकता है। यह बुजुर्गों द्वारा माना जाने वाला एक विश्वास है।
  • ऐसा माना जाता है कि अगर बच्चे पर कर्णवेध नहीं किया जाता है, तो बच्चे को पितृ श्राद्ध जैसे अनुष्ठानों से वंचित किया जाएगा।
  • कर्णवेध संस्कार हिंदू संस्कृति में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, और इसे कर्णवेध मुहूर्त 2025 तिथियों और समय के लिए अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श करके उचित समय और उम्र में किया जाना चाहिए।
  • कर्णवेध संस्कार पुरुषों और महिलाओं दोनों के आकर्षण और प्रतिभा को बेहतर बनाने के लिए माना जाता है।

हिंदू परंपरा के अनुसार, अनुष्ठान करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

  • कर्णवेध मुहूर्त सोलह संस्कारों में से दसवां संस्कार है, नामकरण संस्कार, मुंडन संस्कार और अन्नप्राशन संस्कार के बाद।
  • यह आमतौर पर विद्यारंभ संस्कार से पहले किया जाता है क्योंकि इससे बच्चों की एकाग्रता और अध्ययन करने की क्षमता में सुधार होता है। नतीजतन, बच्चे को स्कूल में कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता है।
  • इसके अलावा, यदि अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा निर्दिष्ट अवधि में ये कर्णवेध संस्कार प्रक्रियाएँ पूरी नहीं की जाती हैं, तो माता-पिता बच्चे के जीवन के तीसरे या पाँचवें वर्ष तक इनका संचालन कर सकते हैं।
  • कुछ परिवार, अपने पारिवारिक अनुष्ठानों के अनुसार, जन्म के बाद विषम वर्षों में कर्णवेध संस्कार करते हैं।
  • साथ ही, विषम वर्षों में शिशु लड़कियों के लिए कर्णवेध संस्कार करते समय, उनके कान और नाक छिदवाने की प्रथा भी बहुत महत्वपूर्ण है।
  • हिंदू धर्म के अनुसार, बच्चे के लिए कर्णवेध संस्कार 2025 को भाग्यशाली लग्न, दिन, तिथि, महीना और नक्षत्र में किया जाना चाहिए।
  • वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कर्णवेध संस्कार अनुष्ठान करने का सबसे अच्छा समय तब होता है जब गुरु (बृहस्पति) वृषभ, तुला, धनु या मीन लग्न में मौजूद हो।
  • कार्तिक, चैत्र, पौष और फाल्गुन कर्णवेध 2025 अनुष्ठान के लिए सबसे अच्छे हिंदू महीने प्रतीत होते हैं।
  • इस अनुष्ठान के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार अच्छे दिन माने जाते हैं।
  • नक्षत्रों की बात करें तो मृगशिरा, रेवती, चित्रा, अनुराधा, हस्त, अश्विनी, पुष्य, अभिजीत, श्रवण, धनिष्ठा और पुनर्वसु कर्णवेध संस्कार करने के लिए लाभकारी माने जाते हैं।
  • इसे चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या के अलावा कई अन्य दिनों में भी किया जा सकता है।
  • ग्रहण के दौरान कर्णवेध संस्कार नहीं किया जाना चाहिए।

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नीचे अन्य सभी मुहूर्तों के बारे में पढ़ें:-

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